राजस्थान में शीतलहर और घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 21 जिलों में शीतकालीन अवकाश (Winter Holidays in Rajasthan) बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इस ठंड ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूलों में विशेष अवकाश घोषित किया गया है।
जयपुर में 8 जनवरी तक स्कूल बंद
जयपुर जिले में शीतलहर (Cold Wave in Jaipur) के चलते जिला कलेक्टर के निर्देश पर कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों की छुट्टियां 8 जनवरी तक बढ़ा दी गई हैं। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने यह आदेश जारी करते हुए सुबह के समय ठंड से बचाव के निर्देश भी दिए हैं।
श्रीगंगानगर में 11 जनवरी तक स्कूल बंद
श्रीगंगानगर में शीतलहर (Severe Cold in Sriganganagar) के गंभीर प्रभाव को देखते हुए कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों के लिए 11 जनवरी तक अवकाश घोषित किया गया है। सरकारी और निजी दोनों प्रकार के विद्यालयों में इस अवधि तक कक्षाएं बंद रहेंगी।
कोटा और बारां में विशेष कदम
कोटा जिले में जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों के लिए शीतकालीन अवकाश (Winter Break in Kota) को 11 जनवरी तक बढ़ाने का फैसला लिया है। इसी प्रकार, बारां के जिला कलेक्टर रोहिताश तोमर ने 9 जनवरी तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।
करौली और चूरू में समयबद्ध अवकाश
करौली जिले में जिला कलेक्टर निलाभ सक्सेना ने 8 जनवरी तक अवकाश घोषित किया है, जबकि कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को सुबह 10 बजे के बाद स्कूल आने के निर्देश दिए गए हैं। चूरू जिले में कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने 7 से 11 जनवरी तक कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूलों में अवकाश का ऐलान किया है।
अन्य जिलों में भी बढ़ी छुट्टियां
झालावाड़, सवाई माधोपुर, कोटपुतली बहरोड़, खैरथल-तिजारा, डीडवाना-कुचामन, और डीग जिलों में भी शीतलहर (Cold Weather in Rajasthan) के कारण कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों के लिए अवकाश की अवधि बढ़ा दी गई है। आदेश के तहत, ये अवकाश 7 जनवरी से 11 जनवरी तक लागू रहेंगे।
धौलपुर, झुंझुनू और अन्य जिलों का हाल
धौलपुर जिले में 7 से 9 जनवरी तक, झुंझुनू में 7 से 11 जनवरी तक, टोंक में 7 से 8 जनवरी तक और चित्तौड़गढ़ में 7 से 9 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे। हनुमानगढ़ में भी कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों के लिए 11 जनवरी तक अवकाश घोषित किया गया है।
कलेक्टरों ने जारी किए निर्देश
सभी जिलों में जिला कलेक्टरों ने शीतलहर को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। आदेशों में स्पष्ट कहा गया है कि अगर कोई विद्यालय इस अवधि में कक्षा संचालन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य प्राथमिकता
शीतलहर के मद्देनजर बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है। माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने और पोषणयुक्त आहार देने की सलाह दी गई है। स्कूल प्रशासन को भी निर्देशित किया गया है कि वे इस ठंड में बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें।