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SCHOOL HOLIDAYS: 11 जनवरी से 17 जनवरी तक स्कूलों की छुट्टी घोषित, मकर सक्रांति को भी बंद रहेंगे स्कूल

तेलंगाना सरकार ने मकर संक्रांति की सात दिन की छुट्टियों की घोषणा की। जानिए कैसे इस त्योहार ने बच्चों, माता-पिता और यात्रा सेवाओं में उत्साह भर दिया है।

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स्कूली बच्चों के लिए छुट्टियां हमेशा एक विशेष महत्व रखती हैं। यह न केवल पढ़ाई के दबाव से राहत देती हैं, बल्कि त्योहारों के मौज-मस्ती और परिवार के साथ बिताए समय का मौका भी प्रदान करती हैं। इसी संदर्भ में तेलंगाना सरकार ने मकर संक्रांति 2025 की छुट्टियों की घोषणा कर दी है। यह छुट्टियां 11 जनवरी से 17 जनवरी तक रहेंगी और स्कूल 18 जनवरी शनिवार से फिर खुलेंगे। इस घोषणा ने बच्चों और उनके माता-पिता में उत्साह का माहौल पैदा कर दिया है।

त्योहार की तैयारियां और घर लौटने की योजना

मकर संक्रांति भारत के सबसे महत्वपूर्ण और प्रिय त्योहारों में से एक है। इस अवसर पर घर लौटने की परंपरा का विशेष महत्व है। छुट्टियों की घोषणा होते ही कई परिवार अपने गांव और शहर लौटने की योजनाएं बनाने लगे हैं। यह समय परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर त्योहार मनाने का अनमोल अवसर प्रदान करता है।

यात्रा सेवाओं की विशेष तैयारी

तेलंगाना राज्य में यात्रा सेवाओं पर बढ़ते दबाव को देखते हुए रेलवे और सड़क परिवहन निगम ने विशेष इंतजाम किए हैं। रेलवे ने मकर संक्रांति के लिए कई विशेष ट्रेनों की घोषणा की है, जो यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देती हैं। साथ ही तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (TSRTC) ने 6,432 अतिरिक्त बसें चलाने की योजना बनाई है। यह कदम यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में सहूलियत प्रदान करेगा।

बच्चों के लिए दोहरी खुशी

दिसंबर में क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के बाद अब मकर संक्रांति की छुट्टियों ने बच्चों के लिए दोहरी खुशी ला दी है। ये छुट्टियां बच्चों को त्योहार की मौज-मस्ती और परिवार के साथ समय बिताने का एक और मौका देती हैं।

मकर संक्रांति का सांस्कृतिक महत्व

मकर संक्रांति भारत का प्रमुख त्योहार है जिसे अलग-अलग राज्यों में विभिन्न नामों से मनाया जाता है।

  • तेलंगाना और आंध्र प्रदेश: इसे संक्रांति के रूप में फसल कटाई का पर्व कहा जाता है।
  • उत्तर भारत: इसे खिचड़ी पर्व के रूप में मनाया जाता है।
  • तमिलनाडु: पोंगल के रूप में यह उत्सव बेहद खास होता है।

इस दौरान लोग पतंगबाजी, पारंपरिक व्यंजन और पारिवारिक समारोहों का आनंद लेते हैं।

माता-पिता की तैयारी और योजनाएं

छुट्टियों की घोषणा के बाद माता-पिता ने अपने त्योहार के कार्यक्रम तय करने शुरू कर दिए हैं। कई परिवार इस अवसर पर अपने गृह जिलों का रुख कर रहे हैं ताकि वे रिश्तेदारों और दोस्तों से मिल सकें। भारतीय संस्कृति में त्योहारों पर गांवों में लौटना और सामूहिक समारोहों में शामिल होना एक गहरी परंपरा है।

प्रशासन की तैयारी

तेलंगाना सरकार ने छुट्टियों के दौरान यात्रियों और छात्रों की सुविधा के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।

  • अतिरिक्त बस सेवाएं: 6,432 अतिरिक्त बसें चलेंगी।
  • विशेष ट्रेनें: त्योहार के लिए विशेष ट्रेनों की शुरुआत।
  • यात्रा सहायता केंद्र: यात्रियों की सहायता के लिए रेलवे और बस स्टेशनों पर हेल्पडेस्क की स्थापना।

ठंड के मौसम में त्योहार का आनंद

मौसम विभाग ने मकर संक्रांति के दौरान ठंड में वृद्धि की संभावना जताई है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा के दौरान गर्म कपड़े और आवश्यक सामान साथ रखें। ठंड के बावजूद त्योहार का उत्साह लोगों में चरम पर है।

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