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इस तरह की शादी करने पर मिलेंगे 21000 रूपए, जान लो क्या है खास शर्ते

आपकी शादी सिर्फ एक नई शुरुआत नहीं होगी, बल्कि सरकार से मिलेगा खास आर्थिक इनाम। जानिए इस योजना की जरूरी शर्तें और कैसे आप भी ₹21,000 तक का लाभ ले सकते हैं।

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बठिंडा जिले के बल्लो गांव ने एक ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक साबित हो सकता है। गांव की सरपंच अमरजीत कौर ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत जो परिवार अपने शादी समारोह में शराब और DJ का उपयोग नहीं करेंगे, उन्हें ग्राम पंचायत की ओर से ₹21,000 की नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

यह कदम शादी समारोहों में बढ़ती फिजूलखर्ची और सामाजिक समस्याओं को कम करने की दिशा में उठाया गया है।

शादी समारोहों में अनुशासन लाने का प्रयास

इस अनूठी पहल का मुख्य उद्देश्य शादी समारोहों में अनुशासन लाना है। अक्सर देखा गया है कि शादी के दौरान शराब और DJ का अत्यधिक उपयोग होता है, जिससे समाज में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सरपंच अमरजीत कौर का मानना है कि इस कदम से न केवल आर्थिक दबाव कम होगा, बल्कि सामाजिक सौहार्द भी मजबूत होगा।

शराब और DJ से होने वाली समस्याएं

  1. शादी समारोहों में शराब परोसने के कारण विवाद और झगड़े आम हो गए हैं। यह अशांति का प्रमुख कारण बनता है और कई बार स्थिति हिंसात्मक हो जाती है।
  2. DJ पर तेज़ आवाज़ में संगीत बजाने से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होती है। बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को भी इससे भारी असुविधा होती है।
  3. महंगे आयोजनों की होड़ ने शादी समारोहों में फिजूलखर्ची को एक सामान्य प्रवृत्ति बना दिया है। इसका परिणाम यह है कि परिवार आर्थिक संकट में पड़ जाते हैं।

ग्राम पंचायत की शर्तें और प्रोत्साहन योजना

ग्राम पंचायत ने इस योजना के लिए कुछ नियम और शर्तें तय की हैं। जो भी परिवार इनका पालन करेगा, उसे ₹21,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

शर्तें इस प्रकार हैं:

  • शादी समारोह में शराब का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
  • DJ पर तेज़ आवाज़ में संगीत नहीं बजाया जाएगा।
  • परिवार को शादी से पहले पंचायत में आवेदन करना होगा और समारोह के दौरान इन नियमों का पालन सुनिश्चित करना होगा।

बल्लो गांव की पहल पर प्रतिक्रिया

बल्लो गांव, जिसकी आबादी लगभग 5,000 है, इस फैसले के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव का संदेश दे रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस पहल की सराहना की है और इसे अनुकरणीय मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।

अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बन सकता है यह मॉडल

यह कदम अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणादायक बन सकता है। यदि इस मॉडल को व्यापक स्तर पर अपनाया जाता है, तो इससे समाज में कई समस्याओं का समाधान संभव है। शराब और फिजूलखर्ची जैसी सामाजिक बुराइयों पर रोक लगाने के साथ-साथ यह पहल आर्थिक स्थिरता और सामुदायिक शांति को बढ़ावा देगी।

महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में पहल

ग्राम पंचायत की यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण का भी प्रतीक है। सरपंच अमरजीत कौर ने न केवल एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की भूमिका को भी मजबूती दी है। यह कदम महिलाओं की आवाज़ को मजबूत करने और समाज में उनकी भूमिका को अधिक प्रभावशाली बनाने का प्रयास है।

फिजूलखर्ची रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम

यह फैसला शादी समारोहों में फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके जरिए ग्राम पंचायत ने यह साबित कर दिया है कि छोटे-छोटे बदलाव समाज में बड़े बदलाव ला सकते हैं।

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