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UPS vs NPS: गारंटी वाली पेंशन के बावजूद NPS क्यों है बेहतर? जानें कैलकुलेशन और फायदे

नए पेंशन फॉर्मूले में एनपीएस और यूपीएस के फायदे-नुकसान जानें। एक्सपर्ट्स के आंकड़े और कैलकुलेशन बताते हैं, किस योजना में मिलेगा बेहतर भविष्य।

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सरकार ने लाखों सरकारी कर्मचारियों के विरोध को शांत करने और रिटायरमेंट के बाद मजबूत पेंशन सुरक्षा प्रदान करने के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को पेश किया है। इसे नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से बेहतर बताया जा रहा है। हालांकि, एक्सपर्ट और कर्मचारियों का मानना है कि एनपीएस के लाभ कहीं अधिक हैं। आइए, तथ्यों और आंकड़ों के जरिए समझते हैं कि इनमें से कौन-सी योजना बेहतर है।

एनपीएस और यूपीएस का मूलभूत अंतर

सरकार ने यूपीएस के तहत कर्मचारियों को लमसम अमाउंट देने का फॉर्मूला पेश किया है, जिसमें कुल जमा धनराशि का एक बड़ा हिस्सा सरकार के पास रहेगा। दूसरी ओर, एनपीएस में कर्मचारी को रिटायरमेंट के समय उसकी जमा पूंजी का एक बड़ा हिस्सा वापस मिल जाता है। यही मुख्य कारण है कि यूपीएस को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है।

केस स्टडी: 25 साल की सेवा और औसत सैलरी के आधार पर तुलना

आइए 25 साल की सेवा और 80,000 रुपये की औसत सैलरी को आधार मानकर एनपीएस और यूपीएस की तुलना करें:

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एनपीएस में योगदान और रिटर्न

  • एनपीएस में कर्मचारी अपनी सैलरी का 10% योगदान करता है और सरकार 14% जोड़ती है।
  • हर महीने कुल 24% योगदान होगा, जो 80,000 रुपये की सैलरी पर 19,200 रुपये बनता है।
  • 25 साल में कुल निवेश होगा 57.60 लाख रुपये, जिस पर यदि 9% रिटर्न मिलता है तो फंड बढ़कर 2.17 करोड़ रुपये हो जाएगा।
  • रिटायरमेंट पर 60% रकम, यानी 1.30 करोड़ रुपये, कर्मचारी को लमसम मिल जाएगी। शेष राशि से एन्‍युटी खरीदने पर 6% सालाना ब्याज के हिसाब से 43,374 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी।

यूपीएस में योगदान और रिटर्न

  • यूपीएस में कर्मचारी का योगदान तो 10% ही रहेगा, लेकिन सरकार का योगदान बढ़कर 18.5% हो जाएगा।
  • हर महीने कुल 28.5% योगदान होगा, जो 80,000 रुपये की सैलरी पर 22,800 रुपये बनता है।
  • 25 साल में कुल निवेश होगा 68.40 लाख रुपये, जो 9% ब्याज पर 2.57 करोड़ रुपये का फंड बनेगा।
  • रिटायरमेंट पर कर्मचारी को 25 साल की सेवा के आधार पर 24 लाख रुपये लमसम मिलेंगे। पेंशन के रूप में आखिरी बेसिक सैलरी का 50%, यानी अगर बेसिक सैलरी 1 लाख रुपये है तो 50,000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी।

क्या कहता है गणित?

एनपीएस का लाभ

  • रिटायरमेंट पर लमसम राशि: 1.30 करोड़ रुपये
  • पेंशन: 43,374 रुपये प्रति माह
  • एफडी पर ब्याज: अगर लमसम राशि को एफडी में निवेश करें तो 65,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे।
  • कुल पेंशन: 1.08 लाख रुपये प्रति माह

यूपीएस का लाभ

  • रिटायरमेंट पर लमसम राशि: 24 लाख रुपये
  • पेंशन: 50,000 रुपये प्रति माह
  • एफडी पर ब्याज: अगर लमसम राशि को एफडी में निवेश करें तो 12,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे।
  • कुल पेंशन: 62,000 रुपये प्रति माह

कर्मचारियों और एक्सपर्ट की राय

ऑल टीचर्स इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के यूपी प्रदेश सलाहकार डॉ आनंदवीर सिंह के अनुसार, एनपीएस में कर्मचारी को अपनी पूरी जमा पूंजी वापस मिलती है, जबकि यूपीएस में उसका एक बड़ा हिस्सा सरकार के पास रह जाता है। एनपीएस से मिलने वाली कुल राशि और पेंशन यूपीएस से कहीं अधिक है।

डॉ आनंदवीर का कहना है, “एनपीएस में एकमुश्त राशि का निवेश करने पर हर महीने मिलने वाली पेंशन यूपीएस के मुकाबले दोगुनी हो सकती है। साथ ही, करोड़ों का फंड कर्मचारी के पास रहता है, जिसे यूपीएस में सरकार जब्त कर लेती है।

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