प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ 2025 के चलते वाराणसी के स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। पहले, प्रशासन ने स्कूलों को 5 फरवरी तक बंद रखने का आदेश दिया था, लेकिन अब यह अवधि बढ़ाकर 8 फरवरी तक कर दी गई है। इस निर्णय का मुख्य कारण महाकुंभ में उमड़ रही भारी भीड़ और उससे उत्पन्न होने वाली व्यवस्थागत चुनौतियां हैं।
महाकुंभ 2025 के दौरान उत्पन्न होने वाली भीड़ और व्यवस्थागत चुनौतियों के मद्देनजर, वाराणसी प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह कदम तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। प्रशासन की ओर से की गई तैयारियां और सुरक्षा उपाय इस महापर्व के सफल और सुरक्षित आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
यह भी देखें: अब घर बैठे जानें – किसके पास कितनी ज़मीन है! नाम डालें और पाएं पूरी डिटेल, बस कुछ ही मिनटों में!
महाकुंभ 2025: विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन
महाकुंभ मेला हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो हर 12 वर्ष में आयोजित होता है। इस बार यह मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है। अनुमानित है कि इस वर्ष लगभग 400 मिलियन (40 करोड़) श्रद्धालु इस महापर्व में शामिल होंगे, जो इसे विश्व का सबसे बड़ा मानव समागम बनाता है।
वाराणसी में स्कूलों की बंदी के कारण
महाकुंभ के दौरान, प्रयागराज में भारी भीड़ के कारण आस-पास के क्षेत्रों में भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। वाराणसी, जो प्रयागराज के निकट स्थित है, में भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है। प्रशासन ने निर्णय लिया है कि वाराणसी के कुछ स्कूलों को अस्थायी रूप से पर्यटकों के लिए आश्रय स्थल (shelter home) के रूप में उपयोग किया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों को ठहरने की सुविधा मिल सके। इस कारण से, स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाकर 8 फरवरी तक कर दी गई हैं।
यह भी देखें: 8वें वेतन आयोग का धमाका! जानिए सेना, वायुसेना और नौसेना किन जवानों की तनख्वाह में होगी सबसे बड़ी बढ़ोतरी?
प्रशासन की तैयारियां और सुरक्षा उपाय
महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। लगभग 20,000 सफाई कर्मियों को मेले क्षेत्र की सफाई और 150,000 से अधिक अस्थायी शौचालयों की देखभाल के लिए नियुक्त किया गया है। सुरक्षा के लिए, 50,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, जो भीड़ प्रबंधन और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहायता करेंगे। इसके अतिरिक्त, 2,500 से अधिक कैमरे, जिनमें से कुछ AI-सक्षम हैं, भीड़ की निगरानी के लिए लगाए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या
महाकुंभ 2025 में न केवल देश भर से, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। हाल ही में, विदेशी श्रद्धालुओं के एक समूह ने ‘हर-हर महादेव’ के नारों के साथ अपनी आस्था प्रकट की, जो इस महापर्व की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है।