लखनऊ: उत्तर प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। प्रदेश के करीब 40 जिलों में गुरुवार सुबह घना कोहरा (Dense Fog) देखा गया। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति अभी कुछ दिनों तक बनी रहेगी। तेज पछुआ हवाओं और कोहरे की वजह से गलन और सिहरन ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
उत्तर प्रदेश के 40 जिलों में घना कोहरा और शीतलहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए 11 और 12 जनवरी को हल्की बारिश के संकेत दिए हैं। यातायात और स्वास्थ्य पर ठंड का गहरा प्रभाव देखा जा रहा है।
कोहरे के कारण न्यूनतम दृश्यता (Visibility Drop Due to Fog)
बुधवार और गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में तेज पछुआ हवाओं (Cold Westerly Winds) के साथ घना कोहरा छाया रहा।
कई जगहों पर दृश्यता (Visibility) 100 मीटर से भी कम दर्ज की गई। कुछ जिलों में शून्य दृश्यता (Zero Visibility) की स्थिति रही।
40 से ज्यादा जिलों में कोहरे का प्रभाव अलग-अलग स्तर पर देखा गया।
मौसम विभाग का शीतलहर और कोहरा अलर्ट
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार: गुरुवार को प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में शीत दिवस (Cold Day) का अलर्ट जारी किया गया। 30 से ज्यादा जिलों के लिए घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) दिया गया है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि गलन भरी ठंड और कोहरे का सिलसिला अगले 3-4 दिनों तक जारी रहेगा।
11 और 12 जनवरी को बूंदाबांदी के आसार
मौसम विभाग ने 11 और 12 जनवरी को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी (Drizzle Due to Western Disturbance) की संभावना जताई है। यह स्थिति एक नए विकसित हो रहे पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण उत्पन्न हो सकती है।
कोहरे और ठंड का प्रभाव (Impact of Fog and Cold)
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने यातायात, स्वास्थ्य और दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
सड़कों पर वाहनों की गति धीमी हो गई है। कोहरे और ठंड के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे सर्दी-जुकाम और निमोनिया के मामले बढ़ रहे हैं। ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
उत्तर प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में घने कोहरे और शीतलहर का कहर जारी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक इसी स्थिति के बने रहने की संभावना जताई है। 11 और 12 जनवरी को बूंदाबांदी से तापमान में मामूली बदलाव हो सकता है, लेकिन ठंड का असर कम होने की उम्मीद नहीं है।