न्यूज

यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम अब 23 जनवरी से नहीं होंगे, जानें बोर्ड ने तारीखों में किया बदलाव

"यूपी बोर्ड ने छात्रों के हित में प्रायोगिक परीक्षाओं की तिथियों को पुनर्निर्धारित किया है। परीक्षाएं अब 1 से 16 फरवरी 2024 के बीच होंगी। जेईई मेन परीक्षा से टकराव को रोकने और परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए, बोर्ड ने नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत अंक और उपस्थिति सीधे ऐप पर अपलोड करनी होगी। जानिए कैसे ये बदलाव छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाएंगे।"

Published on
यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम अब 23 जनवरी से नहीं होंगे, जानें बोर्ड ने तारीखों में किया बदलाव
यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम

उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा सामने आई है। यूपी बोर्ड ने इंटरमीडिएट छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं, जिन्हें पहले 23 से 31 जनवरी और 1 से 8 फरवरी के बीच होना था, अब स्थगित कर दी हैं। नई तिथियों के अनुसार, ये परीक्षाएं 1 से 16 फरवरी के बीच आयोजित की जाएंगी। पहले चरण की परीक्षाएं 1 से 8 फरवरी और दूसरे चरण की परीक्षाएं 9 से 16 फरवरी तक संपन्न होंगी।

प्रथम और द्वितीय चरण का आयोजन

पहले चरण की प्रायोगिक परीक्षाएं अलीगढ़, मुरादाबाद, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी और गोरखपुर मंडलों में आयोजित की जाएंगी। वहीं, दूसरे चरण की परीक्षाएं आगरा, सहारनपुर, झांसी, चित्रकूट, बरेली, लखनऊ, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडलों में आयोजित होंगी।

इस बार यूपी बोर्ड ने प्रैक्टिकल परीक्षाओं में नई व्यवस्था लागू की है। परीक्षा के दौरान परीक्षक को उस केंद्र पर ही अंक अपलोड करने होंगे, जहां परीक्षा आयोजित हो रही है। इसके लिए बोर्ड ने एक खास ऐप तैयार किया है, जो केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में ही कार्य करेगा। साथ ही, परीक्षक को अपनी सेल्फी भी अपलोड करनी होगी, ताकि परीक्षा की पारदर्शिता बनी रहे।

परिवर्तन का कारण

इस बदलाव का मुख्य कारण जेईई मेन परीक्षा के कार्यक्रम से टकराव था। कई छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं और जेईई मेन परीक्षा एक ही समय पर होने के कारण छात्रों को कठिनाई का सामना करना पड़ता। इसे देखते हुए, यूपी बोर्ड ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रायोगिक परीक्षाओं की तिथियों को पुनर्निर्धारित किया है।

यह भी देखें पेट्रोल-डीजल आएगा GST के तहत? कीमतों में आएगी बड़ी गिरावट Petrol Diesel GST

पेट्रोल-डीजल आएगा GST के तहत? कीमतों में आएगी बड़ी गिरावट Petrol Diesel GST

भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान जैसे विषयों में सबसे अधिक छात्र पंजीकृत हैं। इन विषयों के महत्व को समझते हुए, बोर्ड ने छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए यह कदम उठाया।

नए नियमों से परीक्षा में पारदर्शिता

यूपी बोर्ड द्वारा प्रायोगिक परीक्षाओं में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए जो नया ऐप तैयार किया गया है, वह तकनीकी दृष्टि से काफी उन्नत है। यह ऐप केवल परीक्षा केंद्र के आसपास ही सक्रिय होगा, जिससे गलतियों और अनियमितताओं की संभावना कम होगी। परीक्षकों को तुरंत अपने डेटा अपलोड करने और अपनी उपस्थिति प्रमाणित करने के लिए सेल्फी अपलोड करनी होगी। यह कदम न केवल परीक्षा प्रक्रिया को अधिक विश्वसनीय बनाएगा, बल्कि छात्रों को निष्पक्षता का विश्वास भी देगा।

यह भी देखें सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला पैतृक जमीन बेचना अब नहीं होगा आसान! पैतृक संपत्ति वाले जरूर जान लें फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला पैतृक जमीन बेचना अब नहीं होगा आसान! पैतृक संपत्ति वाले जरूर जान लें फैसला

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें