भारतीय शेयर बाजार में इस बार एक विशेष दिन होने जा रहा है, जब आम तौर पर बंद रहने वाले बाजार शनिवार को भी खुले रहेंगे। 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में आम बजट पेश करेंगी, और इसी के चलते नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने पूरे दिन के लिए ट्रेडिंग की अनुमति दी है। इसे स्पेशल ट्रेडिंग डे के रूप में मनाया जाएगा।
क्यों हो रहा है शनिवार को बाजार खुला?
यह पहला मौका नहीं है जब बजट के कारण भारतीय शेयर बाजार शनिवार को खुले रहेंगे। इससे पहले 1 फरवरी 2020 और 28 फरवरी 2015 को भी बजट पेश होने के चलते बाजार को विशेष रूप से शनिवार को संचालित किया गया था। सरकार के आर्थिक फैसलों और नीतियों का सीधा प्रभाव शेयर बाजार पर पड़ता है, इसलिए निवेशकों और ट्रेडर्स को तुरंत प्रतिक्रिया देने का अवसर देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
ट्रेडिंग सेशन का शेड्यूल
शनिवार 1 फरवरी को बाजार का संचालन सामान्य समयानुसार ही होगा। निवेशकों और ट्रेडर्स को यह ध्यान रखना होगा कि बाजार का सेटलमेंट सिस्टम इस दिन प्रभावित रहेगा, और ‘T-0’ सेशन बंद रहेगा।
इक्विटी मार्केट: सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक खुले रहेंगे। कमोडिटी डेरिवेटिव्स मार्केट: शाम 5:00 बजे तक ट्रेडिंग जारी रहेगी। ब्लॉक डील (सेशन-1): सुबह 8:45 से 9:00 बजे तक। स्पेशल प्री-ओपन सेशन (IPO और री-लिस्टेड स्टॉक्स के लिए): सुबह 9:00 से 9:45 बजे तक। कॉल ऑक्शन इलिक्विड सेशन: सुबह 9:30 से दोपहर 3:30 बजे तक। ब्लॉक डील (सेशन-2): दोपहर 2:05 से 2:20 बजे तक। पोस्ट क्लोजिंग सेशन: 3:40 से 4:00 बजे तक। ट्रेड मॉडिफिकेशन कट-ऑफ टाइम: शाम 4:15 बजे।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
बजट वाले दिन शेयर बाजार की गतिविधियां सामान्य दिनों की तुलना में अधिक अस्थिर रह सकती हैं। निवेशकों को इस दौरान सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि बजट में घोषित नीतियों का प्रभाव स्टॉक्स और सेक्टर-वार प्रदर्शन पर तुरंत देखा जा सकता है। बजट घोषणाओं के बाद बाजार में उछाल या गिरावट की संभावना बनी रहती है, इसलिए छोटे और दीर्घकालिक निवेशकों को अपने निर्णय सोच-समझकर लेने चाहिए।
बाजार में संभावित उतार-चढ़ाव
बजट पेश होने के दौरान और उसके बाद बाजार में अस्थिरता देखने को मिल सकती है। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव अधिक हो सकता है, वहीं ब्लू-चिप कंपनियों के शेयर अपेक्षाकृत स्थिर रह सकते हैं। बजट में यदि किसी विशेष सेक्टर को बढ़ावा देने की घोषणा की जाती है, तो उस सेक्टर के शेयरों में तेजी देखने को मिलेगी।
क्या निवेशकों को ट्रेडिंग करनी चाहिए?
निवेशकों को बजट वाले दिन जल्दबाजी में ट्रेडिंग से बचना चाहिए। बजट की प्रमुख घोषणाओं को समझकर ही किसी निर्णय पर पहुंचना लाभकारी होगा। बजट से पहले के अनुमान और अटकलों के आधार पर ट्रेडिंग करने से नुकसान हो सकता है। बाजार के रुझान को देखने के बाद ही निवेश या ट्रेडिंग का निर्णय लेना बेहतर रहेगा।