सरकार ने स्मार्ट मीटर को बिजली बिल प्रणाली को सरल बनाने और बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए पेश किया है। लेकिन इसके साथ कई परेशानियां सामने आ रही हैं। भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड से हाल ही में ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को चौंका दिया। यहाँ स्मार्ट मीटर लगने के महज एक दिन बाद ही एक उपभोक्ता के घर का बिजली बिल ₹64 लाख आया। इस घटना ने न केवल उपभोक्ता बल्कि पूरे इलाके को सकते में डाल दिया।
64 लाख का बिजली बिल, उपभोक्ता नेहा कुमारी परेशान
जगदीशपुर के योगीवीर गांव में नेहा कुमारी नामक उपभोक्ता ने बताया कि 28 जून को उनके पुराने मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया गया। अगले ही दिन, जब मीटर एक्टिवेट हुआ तो उनका बिजली बिल ₹64 लाख का आया। यह देखकर वह हक्की-बक्की रह गईं।
नेहा ने तुरंत बिजली विभाग से संपर्क किया और बिल में सुधार की मांग की। उन्होंने विभाग को आवेदन देकर समस्या का समाधान करने की अपील की।
बिजली विभाग के कनीय अभियंता संतोष कुमार ने कहा कि मीटर रीडिंग की जांच की जाएगी और उसमें सुधार किया जाएगा। हालांकि, इस दौरान उपभोक्ता को भारी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा।
स्मार्ट मीटर के कारण दोगुना बिल की समस्या
यह पहली बार नहीं है जब स्मार्ट मीटर को लेकर ऐसी शिकायतें सामने आई हैं। इससे पहले भी कई उपभोक्ता यह शिकायत कर चुके हैं कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल दोगुना या तिगुना आ रहा है।
बिहार के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। पटना अंचल के नेऊरा सेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है। इसके तहत सितंबर 2025 तक पटना अंचल के पांच आपूर्ति प्रमंडलों में 4.33 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
स्मार्ट मीटर रिचार्ज और बैलेंस की जानकारी
स्मार्ट मीटर के उपयोगकर्ताओं को रिचार्ज की प्रक्रिया आसान बनाने के लिए जगह-जगह स्मार्ट काउंटर स्थापित किए जा रहे हैं। चयनित एजेंसी ओरेंज पे द्वारा उपभोक्ताओं को रिचार्ज और बैलेंस की जानकारी मुफ्त में दी जाएगी। इसके साथ ही, एजेंसी के कर्मचारी घर-घर जाकर रिचार्ज सेवाएं प्रदान करेंगे।
इसके अलावा, बिहार बिजली स्मार्ट मीटर एप, गूगल पे और फोन पे जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भी रिचार्ज किया जा सकेगा।
उपभोक्ताओं के लिए समाधान का वादा
हालांकि, स्मार्ट मीटर लगने के बाद से अधिक बिल आने की समस्याएं लगातार सामने आ रही हैं। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया है कि ऐसी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मीटर रीडिंग की गड़बड़ियों को सुधारने के लिए तकनीकी टीमें लगाई गई हैं।
स्मार्ट मीटर: सुधार की जरूरत या नई परेशानी?
स्मार्ट मीटर को भविष्य की ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली माना जा रहा है। लेकिन वर्तमान में, यह उपभोक्ताओं के लिए नई समस्याओं का कारण बन रहा है। कहीं रीडिंग में गड़बड़ी हो रही है, तो कहीं बिल का अमाउंट सामान्य से कई गुना ज्यादा आ रहा है।
बिजली विभाग को चाहिए कि वह इस तरह की समस्याओं को गंभीरता से ले और उपभोक्ताओं को ऐसी परिस्थितियों में उचित सहायता प्रदान करे। साथ ही, स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसियों को अपनी प्रणाली की जांच और सुधार सुनिश्चित करनी चाहिए।