महाकुंभ 2025 के मौके पर संगम नगरी और काशी में आस्था का अभूतपूर्व नजारा देखने को मिल रहा है। मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया। रविवार को एक ही दिन में संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1.74 करोड़ तक पहुंच गई। काशी और कुंभ क्षेत्र दोनों में ही भीड़ इतनी बढ़ गई है कि वहां पैर रखने की जगह भी मुश्किल हो रही है। इस बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं, जिनमें स्कूलों की छुट्टियों से लेकर यातायात नियंत्रण तक शामिल हैं।
5 फरवरी तक बंद रहेंगे वाराणसी के स्कूल
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी ने 27 जनवरी 2025 से 5 फरवरी 2025 तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, प्राइवेट, यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई समेत अन्य सभी बोर्डों के स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पढ़ाई करेंगे।
हालांकि, जिन छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं पहले से तय हैं, उन्हें अपने निर्धारित समय पर स्कूल जाना होगा। इस दौरान प्रशासन ने साफ किया है कि प्रायोगिक परीक्षाओं को लेकर छात्रों और शिक्षकों को संबंधित विभाग से जानकारी लेनी होगी। यह कदम शहर में यातायात को व्यवस्थित रखने और श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए उठाया गया है।
काशी में यातायात और वाहनों पर प्रतिबंध
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए काशी के कुछ मुख्य क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन के अनुसार, गोदौलिया चौराहे से गेट नंबर चार तक पहुंचने में घंटों का समय लग रहा है, जिसके कारण इस क्षेत्र में यातायात को नियंत्रित करने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं।
महाकुंभ तक गोदौलिया से मैदागिन के बीच केवल जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को चार पहिया वाहनों से आने-जाने की अनुमति होगी। वीआईपी, प्रोटोकॉल और पुलिस की गाड़ियां भी इस क्षेत्र में प्रतिबंधित रहेंगी। इस कदम का उद्देश्य क्षेत्र में भीड़ और यातायात को नियंत्रित करना है।
महाकुंभ के दौरान काशी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध
महाकुंभ के चलते काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। पुलिस कमिश्नर समेत 8 आईपीएस अधिकारी, 7 एडीसीपी, और 10 एसीपी सुरक्षा निगरानी में तैनात हैं। काशी विश्वनाथ धाम और अन्य प्रमुख स्थानों पर केंद्रीय सुरक्षा बल, पीएसी और पुलिस के करीब 500 जवान ड्यूटी पर हैं।
प्रमुख व्यवस्थाएं:
- यातायात नियंत्रण: शहर में 8 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 24 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कॉन्स्टेबल और 300 से अधिक होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
- सुरक्षा निगरानी: त्रिनेत्र कमांड सेंटर और कंट्रोल रूम के माध्यम से पूरे क्षेत्र पर निगरानी रखी जा रही है।
- बैरिकेडिंग: चौक से गोदौलिया तक 8 प्रमुख प्वाइंट पर बैरिकेडिंग की गई है, जहां से भक्त मंदिर की ओर जा रहे हैं।
- तैनाती: 55 जगहों पर बैरियर लगाए गए हैं ताकि भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके।
5 फरवरी तक यातायात पर नई एडवाइजरी
यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने 5 फरवरी तक नई एडवाइजरी जारी की है। गोदौलिया, दशाश्वमेध और चौक क्षेत्रों में ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन का ध्यान इस बात पर है कि श्रद्धालु आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें और शहर की व्यवस्था प्रभावित न हो।
महाकुंभ, आस्था और संगठन का अद्भुत मेल
महाकुंभ 2025 ने जहां आस्था का अद्भुत नजारा प्रस्तुत किया है, वहीं प्रशासन ने भी इसे सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी की है। संगम में स्नान करते करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ ने दिखाया कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत की संगठनात्मक क्षमता का भी परिचायक है।