उत्तर प्रदेश में ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। रविवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे ठिठुरन भरी सर्दी ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया। बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को 31 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया है।
देवरिया में स्कूल बंद, शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य
देवरिया जिले में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने भी कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। हालांकि, शिक्षकों को नियमित रूप से स्कूलों में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है। अधिकारियों का कहना है कि घने कोहरे और ठंड के कारण सुबह के समय सड़कों पर दृश्यता कम हो जाती है, जिससे बच्चों के स्कूल आने-जाने में खतरा बढ़ सकता है।
परिवहन सेवाओं पर घने कोहरे का असर
कोहरे और ठंड ने केवल स्कूलों को ही नहीं बल्कि परिवहन सेवाओं को भी प्रभावित किया है। कानपुर और लखनऊ से आने वाली लंबी दूरी की बसें अपने निर्धारित समय से दो घंटे की देरी से पहुंच रही हैं, जबकि दिल्ली से आने वाली बस सेवा तीन घंटे की देरी से चल रही है। घने कोहरे के कारण यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनकी दिनचर्या भी बाधित हो रही है।
सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा
कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है। प्रशासन ने वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने और फॉग लाइट का उपयोग करने की सलाह दी है। यातायात विभाग को सतर्क रहने और सड़क सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य पर ठंड का असर
ठंड और कोहरे के कारण सर्दी-जुकाम, खांसी और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। डॉक्टरों ने लोगों को सुबह जल्दी और देर रात बाहर न निकलने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। गर्म कपड़े पहनने और संतुलित आहार लेने से ठंड से बचाव किया जा सकता है।
दैनिक जीवन में ठंड का प्रभाव
ठंड ने बाजारों और खेतों में भी अपनी पकड़ बना ली है। बाजारों में सुबह और शाम के समय लोगों की भीड़ कम हो गई है। वहीं, किसान भी ठंड और धुंध के कारण सुबह देरी से खेतों में काम शुरू कर रहे हैं। ठंड के कारण रोजाना की गतिविधियों में भी रुकावट आई है।
छात्रों और अभिभावकों ने फैसले का किया स्वागत
बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए किए गए इस फैसले को छात्रों और अभिभावकों ने सराहा है। अभिभावकों का कहना है कि ठंड और कोहरे में बच्चों का स्कूल जाना जोखिम भरा हो सकता था। प्रशासन ने छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखने की सलाह दी है, ताकि छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो।
प्रशासन ने की सावधानी बरतने की अपील
प्रशासन ने लोगों से ठंड और कोहरे के समय में सुबह और देर रात घर से बाहर न निकलने की अपील की है। बच्चों और बुजुर्गों को खास ध्यान देने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छुट्टियों के दौरान किसी भी जानकारी को ऑनलाइन माध्यम से साझा करें।
ठंड और कोहरे से बचाव के उपाय
घने कोहरे और ठंड से बचाव के लिए प्रशासन और डॉक्टरों ने कुछ जरूरी उपाय सुझाए हैं। गर्म कपड़े पहनें, पर्याप्त तरल पदार्थ लें और संतुलित आहार का सेवन करें। वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतें और फॉग लाइट का उपयोग करें।