भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने साइबर अपराध और ऑनलाइन फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए ठोस कदम उठाए हैं। नई गाइडलाइंस के अनुसार, अब केवल 1600 और 140 नंबर सीरीज से ही बैंकिंग और प्रमोशनल कॉल्स किए जा सकेंगे। इन दिशानिर्देशों का उद्देश्य ग्राहकों को फर्जी कॉल्स की पहचान करने में मदद करना और उन्हें बैंक फ्रॉड से बचाना है।
सही कॉल्स के लिए 1600 और 140 नंबर की व्यवस्था
RBI की गाइडलाइंस में स्पष्ट किया गया है कि बैंक अपने ग्राहकों को लेन-देन से जुड़ी कॉल्स करने के लिए केवल 1600 नंबर से शुरू होने वाली सीरीज का ही उपयोग करेंगे। यह कदम बैंकों और ग्राहकों के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
दूसरी ओर, प्रमोशनल कॉल्स, जैसे होम लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड या टर्म डिपॉजिट की जानकारी देने के लिए 140 से शुरू होने वाले नंबर का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए बैंकों और प्रमोशनल कंपनियों को अपने नंबर को टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ व्हाटलिस्ट में रजिस्टर कराना अनिवार्य होगा।
Reserve Bank of India का banks को निर्देश
— DoT India (@DoT_India) January 19, 2025
👉🏻 1600 वाले नंबर से ही आएगी बैंक की कॉल
👉🏻 140 वाले नंबर से ही आएगी प्रचार के लिए voice call और SMS
जागरूक रहें, सुरक्षित रहें pic.twitter.com/l5u8wdTj5Q
साइबर अपराधियों पर लगेगी रोक
भारतीय रिजर्व बैंक की इस पहल का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेरना है। वर्तमान में, साइबर अपराधी मोबाइल नंबर का उपयोग करके लोगों को कॉल और मैसेज के जरिए धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं। RBI की नई व्यवस्था से फर्जी कॉल्स और मैसेज की पहचान करना आसान होगा।
पिछले कुछ समय में यह देखने में आया है कि बैंकिंग सेवाओं के नाम पर फर्जी कॉल्स और मैसेज भेजकर ग्राहकों से संवेदनशील जानकारी प्राप्त की जाती है। अब, केवल 1600 और 140 नंबर सीरीज के कॉल्स पर भरोसा करना ही ग्राहकों को सुरक्षित रखने का एक मजबूत कदम है।
DoT ने भी दी जानकारी
दूरसंचार विभाग (DoT) ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से RBI की इन गाइडलाइंस की जानकारी साझा की। यह दिशा-निर्देश करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए वरदान साबित होगा, जो अक्सर बैंकिंग सेवाओं के नाम पर आने वाले फर्जी कॉल्स से परेशान रहते हैं।