भारत में आधार कार्ड (Aadhaar Card) एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसका उपयोग लगभग हर सरकारी और निजी काम में किया जाता है। भारत की करीब 90% आबादी के पास आधार कार्ड है, जो इसे सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला दस्तावेज बनाता है। स्कूल-कॉलेज में एडमिशन से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने तक आधार कार्ड की आवश्यकता होती है।
आधार कार्ड (Aadhaar Card) यूआईडीएआई (UIDAI) द्वारा जारी किया जाता है और इसे पोस्ट के माध्यम से पंजीकृत पते पर भेजा जाता है। हालांकि, यह कागज का आधार कार्ड होता है, जिसे सुरक्षित रखना कभी-कभी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में लोग अधिक टिकाऊ विकल्प, जैसे पीवीसी आधार कार्ड (PVC Aadhaar Card), की ओर रुख करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि साइबर कैफे से बनवाए गए पीवीसी आधार कार्ड मान्य नहीं होते?
साइबर कैफे से बनाए गए पीवीसी आधार कार्ड क्यों हैं अमान्य?
यूआईडीएआई (UIDAI) के अनुसार, साइबर कैफे से बनाए गए पीवीसी आधार कार्ड किसी भी सरकारी काम के लिए मान्य नहीं माने जाते। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह कार्ड आधिकारिक प्रक्रिया का पालन नहीं करता और सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी कमजोर होता है। ऐसे कार्ड में अक्सर QR कोड, हॉलोग्राम, और सुरक्षा फीचर्स सही तरीके से अंकित नहीं होते, जिससे यह आसानी से फर्जी साबित हो सकते हैं।
यूआईडीएआई से आधिकारिक पीवीसी आधार कार्ड कैसे बनवाएं?
अगर आप पीवीसी आधार कार्ड चाहते हैं, तो आपको इसे यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in से ही ऑर्डर करना चाहिए। यह कार्ड सुरक्षा मानकों के अनुरूप होता है और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होती है।
यूआईडीएआई से पीवीसी आधार कार्ड बनवाने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
- सबसे पहले uidai.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- अब अपने आधार नंबर, सिक्योरिटी कोड और ओटीपी (OTP) के माध्यम से लॉगिन करें।
- पीवीसी आधार कार्ड का विकल्प चुनें और ₹50 की फीस का भुगतान करें।
- आपके रजिस्टर्ड पते पर 10-15 दिनों में पोस्ट के माध्यम से कार्ड भेज दिया जाएगा।