डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, और इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर लिखा, “मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई। मैं एक बार फिर से आपके साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुंचाने और एक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए तत्पर हूं।” यह संदेश न केवल भारत-अमेरिका के संबंधों को रेखांकित करता है, बल्कि एक गहरे व्यक्तिगत संबंध का प्रतीक भी है।
चुनाव के बाद भी रहा संपर्क
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव पिछले साल नवंबर में संपन्न हुए थे। जीत के बाद, पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को फोन कर उनकी शानदार जीत पर बधाई दी थी। इस बातचीत को प्रधानमंत्री ने “बहुत अच्छी” बताया था। उन्होंने यह भी कहा कि वे भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए ट्रंप के साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हैं। इससे दोनों नेताओं के बीच आपसी विश्वास और गहराई का अंदाजा लगाया जा सकता है।
Congratulations my dear friend President @realDonaldTrump on your historic inauguration as the 47th President of the United States! I look forward to working closely together once again, to benefit both our countries, and to shape a better future for the world. Best wishes for a…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2025
शपथ ग्रहण में भारत का प्रतिनिधित्व
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र लेकर भाग लिया। यह भारत की परंपरा के अनुरूप है, जिसमें महत्वपूर्ण शपथ ग्रहण समारोहों में विशेष दूत भेजे जाते हैं। सूत्रों के अनुसार, भारत की ओर से यह कदम अमेरिका के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है।
वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व
शपथ ग्रहण समारोहों में भारत की सक्रियता नई बात नहीं है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मई 2023 में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था। इसके अलावा, विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों के समारोहों में भारतीय मंत्रियों की उपस्थिति ने भारत की वैश्विक कूटनीति को और मजबूती प्रदान की है।
ट्रंप के साथ भारत-अमेरिका संबंधों की उम्मीदें
डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बीच गहरी समझ ने दोनों देशों के संबंधों को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। आर्थिक साझेदारी से लेकर रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) और रक्षा सहयोग तक, दोनों देशों ने पिछले कार्यकाल में उल्लेखनीय प्रगति की है। मोदी का यह संदेश दर्शाता है कि यह साझेदारी भविष्य में भी फलदायी रहेगी।