माझी लाडली बहन योजना महाराष्ट्र सरकार की एक महत्त्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत 21 से 65 वर्ष की महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाना है। हालांकि, इस समय लाभार्थी महिलाएं जनवरी महीने की 7वीं किस्त के जारी होने का इंतजार कर रही हैं। अब तक छह किस्तें जारी हो चुकी हैं, लेकिन सातवीं किस्त में देरी से महिलाएं परेशान हैं।
अब तक 6 किस्तें जारी, 7वीं पर संशय
माझी लाडली बहन योजना के तहत अब तक छह किस्तें जारी की जा चुकी हैं। eligible महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दिए जाते हैं, और अब तक प्रत्येक लाभार्थी को कुल 9,000 रुपये प्राप्त हो चुके हैं। लेकिन सातवीं किस्त के लिए इंतजार बढ़ता जा रहा है।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इस देरी के पीछे कुछ प्रशासनिक प्रक्रियाएं जिम्मेदार हो सकती हैं। हालांकि, यह देरी महिलाओं के लिए कठिनाई पैदा कर रही है, क्योंकि इस सहायता राशि का उपयोग महिलाएं अपने रोज़मर्रा के खर्च और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करती हैं।
जनवरी में 7वीं किस्त आने की उम्मीद
योजना की 7वीं किस्त के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह राशि 15 जनवरी से पहले लाभार्थियों के खातों में पहुंच सकती है। हालांकि, इस बारे में अब तक कोई पुख्ता बयान नहीं आया है।
किसे मिलता है इस योजना का लाभ?
माझी लाडली बहन योजना के तहत 21 से 65 साल की महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इस योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलता है जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आती हैं और योजना के पात्रता मापदंडों को पूरा करती हैं।
जुलाई 2023 से लागू है योजना
इस योजना की घोषणा महाराष्ट्र सरकार ने जून 2023 में की थी, और जुलाई 2023 से इसे लागू किया गया। यह योजना मुख्य रूप से चुनाव से पहले महिलाओं को लुभाने के लिए लाई गई थी, जिसका सकारात्मक असर चुनावी नतीजों पर भी दिखा। महायुती ने इस योजना के जरिए महिला मतदाताओं का बड़ा समर्थन हासिल किया और प्रदेश में प्रचंड जीत दर्ज की।
महिलाओं के जीवन में बदलाव
माझी लाडली बहन योजना के तहत दी जाने वाली राशि ने महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है। इसके जरिए महिलाएं अपने छोटे-मोटे खर्चों को पूरा करने में सक्षम हुई हैं। यह राशि उन महिलाओं के लिए और भी महत्वपूर्ण है, जो परिवार में अकेले आर्थिक योगदान देती हैं या जिनके पास आय के सीमित स्रोत हैं।
7वीं किस्त पर लाभार्थियों की उम्मीदें
लाभार्थी महिलाएं 7वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। कई महिलाओं का कहना है कि यह राशि उनके लिए न केवल आर्थिक सहायता का जरिया है, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम भी है। सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की देरी महिलाओं में असंतोष पैदा कर सकती है।
क्या 15 जनवरी तक आएगी किस्त?
हालांकि, 7वीं किस्त को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार इसे 15 जनवरी से पहले जारी कर सकती है। इस योजना का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करना सरकार के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव जनता के विश्वास पर पड़ सकता है।