महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के कारण प्रयागराज में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने प्रयागराज की सीमाओं को बाहरी वाहनों के लिए पूरी तरह सील कर दिया है। कई जिलों में पुलिस प्रशासन की टीमों ने प्रयागराज की तरफ जाने वाले वाहनों को रोकना शुरू कर दिया है। इस फैसले से लाखों श्रद्धालु रास्ते में ही फंस गए हैं और उन्हें वैकल्पिक मार्गों से लौटना पड़ रहा है।
बाहरी जिलों में बढ़ा ट्रैफिक दबाव
प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कों पर भारी जाम लग गया है। भदोही, सोनभद्र, मिर्जापुर, कौशांबी और जौनपुर जिलों में प्रशासन ने प्रयागराज की ओर बढ़ रहे वाहनों को रोककर वापस भेजना शुरू कर दिया है। वाराणसी से प्रयागराज जाने वाले वाहनों को भदोही के बाबूरसाय में रोका जा रहा है, जिससे वहां कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। इसी तरह, मिर्जामुराद के पास स्थित रिंग रोड पर भी वाहनों को रोक दिया गया है, जिससे हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ है।
प्रशासन के कड़े निर्देश
जौनपुर से वाराणसी होते हुए प्रयागराज जाने वाले वाहनों को बाबतपुर इलाके में रोका और वापस किया जा रहा है। बाबतपुर चौकी इंचार्ज सत्यजीत सिंह के अनुसार, उच्च अधिकारियों के आदेश पर श्रद्धालुओं को रोकने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि प्रयागराज में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। इस वजह से बाबतपुर चौराहे से गुजर रहे बसनी-बड़ागांव हाईवे पर लंबी कतारें लग गई हैं। वाराणसी-जौनपुर मार्ग पर भी यातायात व्यवस्था चरमराने लगी है।
भदोही में हाईवे पर सुरक्षा कड़ी
भदोही में जिला प्रशासन ने प्रयागराज जाने वाले वाहनों को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं। एसपी डॉक्टर तेजवीर सिंह ने बताया कि बुधवार की भोर से ही हाईवे पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। जिले में बनाए गए पांच होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है, जहां उनके लिए भोजन, नाश्ता, स्नान और ठंड से बचाव के उचित प्रबंध किए गए हैं। प्रशासन के अगले आदेश तक किसी भी वाहन को संगम की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी
प्रयागराज में प्रवेश न मिलने के कारण श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग लंबे समय से सड़कों पर इंतजार कर रहे हैं, जबकि कुछ वापस लौटने को मजबूर हो रहे हैं। प्रशासन की ओर से जल्द ही स्थिति की समीक्षा कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रयागराज प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है।