प्रॉपर्टी खरीदना एक महत्वपूर्ण और महंगा निर्णय होता है। यदि आप घर या जमीन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी आवश्यक दस्तावेज़ सही और वैध हों। गलत या नकली दस्तावेज़ों के कारण धोखाधड़ी का शिकार होना संभव है, जिससे कानूनी और वित्तीय समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
प्रॉपर्टी खरीदते समय सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की सही और पूर्ण जांच करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी निवेश सुरक्षित है और भविष्य में किसी भी कानूनी या वित्तीय समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच कैसे करें?
टाइटल डीड (Title Deed)
- टाइटल डीड संपत्ति के स्वामित्व का प्रमाण होता है। इसे सत्यापित करने के लिए स्थानीय राजस्व विभाग से जानकारी प्राप्त करें। यह सुनिश्चित करें कि दस्तावेज़ में विक्रेता का नाम सही है और संपत्ति पर कोई विवाद नहीं है।
रजिस्ट्री और सेल डीड (Registry and Sale Deed)
- रजिस्ट्री और सेल डीड यह प्रमाणित करते हैं कि संपत्ति का क्रय-विक्रय वैध रूप से हुआ है। इन दस्तावेज़ों की जांच करना अनिवार्य है ताकि भविष्य में कोई कानूनी समस्या न हो।
एनओसी (NOC – No Objection Certificate)
- एनओसी यह सुनिश्चित करता है कि संपत्ति पर कोई कानूनी विवाद नहीं है और इसे बेचा जा सकता है। यह दस्तावेज़ स्थानीय प्राधिकरणों से प्राप्त किया जाना चाहिए।
एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate)
- यह सर्टिफिकेट दर्शाता है कि संपत्ति पर कोई बकाया ऋण या बंधक नहीं है। इसे संबंधित उप-पंजीयक कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
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अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- यदि विक्रेता आवश्यक दस्तावेज़ दिखाने से इनकार करता है, तो यह एक चेतावनी संकेत हो सकता है। ऐसे मामलों में सतर्क रहें।
- रजिस्ट्री में नाम की गलतियां भविष्य में कानूनी समस्याओं का कारण बन सकती हैं। सुनिश्चित करें कि सभी नाम सही हैं।
- पैन और आधार कार्ड में दी गई जानकारी मेल खानी चाहिए। असंगत जानकारी से समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
धोखाधड़ी से बचने के उपाय
- संपत्ति को स्वयं जाकर देखें और उसकी स्थिति का मूल्यांकन करें।
- सभी दस्तावेज़ों को संबंधित राजस्व विभाग या नगर निगम से सत्यापित करें।
- प्रॉपर्टी लॉयर से परामर्श लें ताकि सभी कानूनी पहलुओं की सही जांच हो सके।