इंडियन रेलवे ने महाकुंभ मेला 2025 के लिए एक विशेष पहल की है। दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने घोषणा की है कि ‘भारत गौरव ट्रेन’ 15 से 21 फरवरी के बीच महाकुंभ पुण्य क्षेत्र यात्रा (Maha Kumbh Punya Kshetra Yatra) के लिए संचालित की जाएगी। यह ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या जैसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों को कवर करेगी। सिकंदराबाद से शुरू होने वाली यह थीम आधारित पर्यटक ट्रेन यात्रियों के लिए सात दिनों का अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी।
ट्रेन की यात्रा और प्रमुख स्थल
इस विशेष ट्रेन का उद्देश्य यात्रियों को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी विशालाक्षी और अन्नपूर्णा देवी मंदिर, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम और अयोध्या के राम जन्मभूमि व हनुमान गढ़ी के दर्शन कराना है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों जैसे सिकंदराबाद, काजीपेट, विजयवाड़ा और विशाखापट्टनम से यात्री इस ट्रेन को पकड़ सकते हैं।
पूरी यात्रा सात रात और आठ दिनों की होगी, जिसमें रेल और सड़क परिवहन, आवास और खाने-पीने की समग्र व्यवस्था शामिल है। इस यात्रा को विशेष रूप से धार्मिक पर्यटन के बढ़ते महत्व को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।
सुरक्षा और सुविधाएं
‘भारत गौरव ट्रेन’ में यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। ट्रेन के सभी कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, पूरी यात्रा के दौरान IRCTC टूर मैनेजर यात्रियों को सहायता प्रदान करेंगे। सरकारी सुविधा और यात्रा बीमा भी इस पैकेज का हिस्सा हैं। ऑन-बोर्ड और ऑफ-बोर्ड खानपान सेवाओं को उच्च गुणवत्ता के साथ पेश किया गया है, जिससे यात्रियों को बेहतरीन अनुभव मिले।
किराया और बुकिंग
यात्रा के लिए तीन श्रेणियों में किराया निर्धारित किया गया है:
- इकोनॉमी श्रेणी (SL): ₹23,035 प्रति व्यक्ति
- स्टैंडर्ड श्रेणी (3AC): ₹32,105 प्रति व्यक्ति
- कम्फर्ट श्रेणी (2AC): ₹38,300 प्रति व्यक्ति
बुकिंग IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट पर या रेलवे काउंटर के माध्यम से की जा सकती है।
भारत गौरव ट्रेनों का महत्व
दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने बताया कि भारत गौरव ट्रेनों को यात्रियों से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। इस पहल का उद्देश्य देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। महाकुंभ यात्रा जैसे विशेष अवसरों के लिए थीम आधारित ट्रेनें भारतीय रेलवे के पर्यटन विकास में एक नया अध्याय जोड़ रही हैं।