नई दिल्ली: एम्प्लॉई प्रोविडेंड फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) कर्मचारियों की बेहतरी के लिए एम्प्लॉई पेंशन स्कीम (EPS) संचालित करता है, जो भारत के सबसे बड़े सोशल सिक्योरिटी प्रोग्राम (Social Security Programmes) में से एक है। इस स्कीम के तहत कर्मचारियों को उनकी सर्विस अवधि (Service Period) और सैलरी के आधार पर मासिक पेंशन दी जाती है। EPS को 16 नवंबर 1995 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम सुनिश्चित करना है।
EPS के खास फीचर्स
- पेंशन के लिए न्यूनतम सर्विस पीरियड: 10 साल
- न्यूनतम मासिक पेंशन: 1000 रुपये
- अधिकतम मासिक पेंशन: 7500 रुपये
EPS पेंशन के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)
- कर्मचारी को कम से कम 10 साल की सर्विस पूरी करनी होगी।
- यह पेंशन 58 साल की उम्र के बाद ही मिलेगी।
- कर्मचारी को EPFO का रजिस्टर्ड मेंबर होना अनिवार्य है।
- कर्मचारी को EPS स्कीम में लगातार योगदान देना होगा।
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EPS पेंशन कैलकुलेशन फॉर्मूला (EPS Pension Calculation Formula)
मंथली पेंशन = (पेंशनेबल सैलरी × पेंशनेबल सर्विस) / 70
- पेंशनेबल सैलरी: आपके आखिरी 60 महीनों की सैलरी का औसत।
- पेंशनेबल सर्विस: जितने साल तक EPS में योगदान दिया गया।
उदाहरण:
- अगर किसी कर्मचारी की पेंशनेबल सैलरी 15,000 रुपये और पेंशनेबल सर्विस 10 साल है, तो उसकी मासिक पेंशन होगी:
- (15,000 × 10) / 70 = 2,143 रुपये
- यानी, 10 साल की नौकरी करने वाले कर्मचारी को भी मासिक पेंशन मिलेगी।
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EPS पेंशन के प्रकार (Types of EPS Pension)
रिटायरमेंट पेंशन (Superannuation Pension)
- 58 साल की उम्र पूरी होने पर पेंशन का लाभ मिलता है।
अर्ली पेंशन (Early Pension)
- अगर कोई मेंबर 50 साल की उम्र के बाद रिटायर हो जाता है, तो उसे अर्ली पेंशन का लाभ मिल सकता है।
- लेकिन इसमें हर साल 4% पेंशन कम कर दी जाती है।
विधवा पेंशन (Widow Pension)
- अगर EPFO मेंबर की असमय मृत्यु हो जाती है, तो उसकी पत्नी/पति को यह पेंशन दी जाती है।
बाल पेंशन (Child Pension)
- मृत सदस्य के दो बच्चों को 25 साल की उम्र तक यह पेंशन मिलती है।
अनाथ पेंशन (Orphan Pension)
- अगर किसी मेंबर और उसके जीवन साथी दोनों की मृत्यु हो जाती है, तो 25 साल से कम उम्र के बच्चों को यह पेंशन मिलती है।
विकलांगता पेंशन (Disability Pension)
- अगर कोई कर्मचारी नौकरी के दौरान स्थाई रूप से विकलांग हो जाता है, तो उसे पेंशन मिलती है। इसमें 10 साल की सर्विस जरूरी नहीं होती।
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EPS पेंशन बढ़ाने के तरीके
- लंबी सर्विस: जितनी लंबी सर्विस होगी, उतनी ज्यादा पेंशन मिलेगी।
- उच्च वेतन: ज्यादा सैलरी का मतलब ज्यादा पेंशनेबल सैलरी और अधिक पेंशन।
- हायर पेंशन स्कीम: इस विकल्प को चुनकर पेंशन राशि बढ़ाई जा सकती है।
- नियमित योगदान: EPS में नियमित कंट्रीब्यूशन करने से पेंशन राशि बढ़ती है।
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EPS पेंशन: मौजूदा स्थिति और मांग
सरकार ने 2014 से न्यूनतम पेंशन 1000 रुपये प्रति माह तय कर दी थी। हालांकि, कर्मचारियों की मांग है कि इसे 7500 रुपये प्रतिमाह किया जाए। अभी इस पर कोई आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है।