केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए नए साल की शुरुआत बड़े तोहफे के साथ होने वाली है। 31 जनवरी 2025 को महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में संशोधन की घोषणा के बाद उनकी सैलरी (Salary) में 1,683 रुपये प्रति माह तक की वृद्धि होना तय है। ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आंकड़ों के अनुसार, महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत का इजाफा कन्फर्म हो चुका है।
56 प्रतिशत पर पहुंचा महंगाई भत्ता (DA)
अक्टूबर 2024 तक महंगाई भत्ता 55.05 प्रतिशत पर था, जो नवंबर 2024 के आंकड़ों के अनुसार 55.54 प्रतिशत पर पहुंच चुका है। इस वृद्धि को 56 प्रतिशत ही माना जाएगा। महंगाई भत्ते का यह स्कोर ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के नवंबर महीने के 144.5 पॉइंट पर स्थिर रहने के बावजूद दर्ज किया गया है।
31 जनवरी का क्यों है इंतजार?
महंगाई भत्ते का अंतिम निर्धारण दिसंबर 2024 के AICPI आंकड़ों के आधार पर किया जाएगा। 31 जनवरी 2025 को जब यह आंकड़े जारी होंगे, तब यह तय होगा कि DA 56 प्रतिशत पर रहेगा या 57 प्रतिशत तक बढ़ेगा। हालांकि मौजूदा ट्रेंड्स के आधार पर इसे 56 प्रतिशत पर स्थिर रहने की संभावना जताई जा रही है।
सैलरी में इजाफा: जानिए पूरी गणना
महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 56 प्रतिशत की बढ़ोतरी से कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹18,000 है, तो उनका मौजूदा 53% DA ₹9,540 है, जो जनवरी 2025 में बढ़कर ₹10,080 हो जाएगा। इससे हर महीने ₹540 का इजाफा होगा। वहीं, जिनका मूल वेतन ₹56,100 है, उन्हें मौजूदा ₹29,733 की जगह ₹31,416 मिलेगा, जिससे उनकी सैलरी में ₹1,683 प्रति माह का इजाफा होगा। यह बढ़ोतरी न केवल वेतनभोगी कर्मचारियों बल्कि पेंशनर्स को भी आर्थिक राहत प्रदान करेगी।
महंगाई भत्ता कैसे तय होता है?
महंगाई भत्ते को निर्धारित करने के लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आंकड़े बेहद अहम हैं। अक्टूबर और नवंबर 2024 में AICPI 144.5 पॉइंट पर स्थिर रहा। हालांकि, इस स्थिरता के बावजूद DA स्कोर में 0.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
कब लागू होगा नया महंगाई भत्ता?
महंगाई भत्ते में संशोधन की घोषणा फरवरी या मार्च 2025 में होने की उम्मीद है। हालांकि, यह संशोधन 1 जनवरी 2025 से ही लागू होगा। आमतौर पर महंगाई भत्ते की घोषणा होली या दिवाली के आसपास की जाती है, लेकिन इस बार जनवरी के आंकड़ों के कारण यह थोड़ा पहले सुनिश्चित हो सकता है।
बढ़ी हुई सैलरी और पेंशन से मिलेगी राहत
महंगाई भत्ते में संशोधन से कर्मचारियों और पेंशनर्स दोनों को आर्थिक राहत मिलेगी। बढ़ी हुई सैलरी महंगाई के दबाव को कम करेगी और उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाएगी।