प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व के अवसर पर 29 जनवरी को जिले के सभी कक्षा 1 से 12 तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने श्रद्धालुओं की सुविधा और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इस दिन प्रयागराज में भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंचेंगे, जिससे शहर में ट्रैफिक का दबाव बढ़ सकता है।
मौनी अमावस्या स्नान को देखते हुए प्रशासन का बड़ा फैसला
बुधवार, 29 जनवरी को सभी बोर्डों के स्कूल पूरी तरह से बंद रहेंगे। प्रशासन का मानना है कि इस दिन प्रयागराज और आसपास के इलाकों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। ऐसे में स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों को असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने आदेश में स्पष्ट किया कि मौनी अमावस्या स्नान के दौरान जिले से या जिले के बाहर से आने-जाने वाले यात्रियों को जाम की समस्या न झेलनी पड़े, इसके लिए यह कदम उठाया गया है। इससे महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी और वे सुगमता से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
अयोध्या और वाराणसी में भी स्कूल रहेंगे बंद
गौरतलब है कि सिर्फ प्रयागराज ही नहीं, बल्कि अयोध्या और वाराणसी में भी सभी बोर्डों के स्कूलों को 5 फरवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। प्रशासन के अनुसार, महाकुंभ के प्रभाव के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या और वाराणसी की ओर भी रुख कर रहे हैं, जिससे शहरों में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन रही है।
सरकार और प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रयागराज, अयोध्या और वाराणसी में विशेष यातायात प्रबंधन लागू कर रहा है। यातायात अव्यवस्थित न हो, इसके लिए कई मार्गों को बदला गया है और गाड़ियों की एंट्री पर भी कुछ समय के लिए रोक लगाई गई है।
लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना
महाकुंभ का यह प्रमुख स्नान पर्व हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर स्नान करने की विशेष मान्यता है, जिसे मोक्षदायिनी स्नान भी कहा जाता है। इस पावन अवसर पर देश-विदेश से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं और गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं।
प्रशासन के अनुसार, इस साल मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में करीब 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती बढ़ा दी गई है। शहर में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है ताकि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
यातायात प्रतिबंध और विशेष प्रबंध
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कुछ विशेष प्रबंध किए हैं। मौनी अमावस्या के दिन सुबह से रात तक प्रयागराज में ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित किया जाएगा। कई मार्गों को डायवर्ट किया गया है और वाहनों की एंट्री पर अस्थायी रोक लगाई गई है। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन ने पार्किंग की विशेष व्यवस्था भी की है, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालु अपनी गाड़ियां निर्धारित स्थानों पर पार्क कर सकें।
साथ ही, श्रद्धालुओं के लिए विशेष बस सेवा चलाई जा रही है, जिससे वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भीड़ को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की अपील
प्रयागराज प्रशासन ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और प्रशासन के निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करें। साथ ही, श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे निर्धारित पार्किंग स्थलों का ही उपयोग करें और पैदल मार्गों का अधिक से अधिक प्रयोग करें ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या न हो।