प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत हरियाणा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनवाने की प्रक्रिया को पूरी तरह स्वचालित और सरल कर दिया गया है। जैसे ही कोई पात्र परिवार नया राशन कार्ड बनवाता है और पहली बार राशन प्राप्त करता है, उसका नाम स्वतः आयुष्मान भारत पोर्टल पर अपडेट हो जाएगा। इसके बाद गोल्डन कार्ड (Golden Card) ऑटोमैटिक तरीके से जनरेट हो जाएगा।
घर बैठे बन जाएगा गोल्डन कार्ड
हरियाणा सरकार का यह कदम गरीब और निम्न वर्ग के परिवारों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। पहले जहां गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों और अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे, अब यह काम पूरी तरह से डिजिटल हो गया है। अब पात्र परिवारों को आवेदन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, और एक बार राशन कार्ड बनने के बाद यह आयुष्मान भारत योजना से सीधे लिंक हो जाएगा।
इस नई प्रणाली से समय की बचत होगी और लोग लंबी प्रक्रियाओं और कतारों से बच सकेंगे।
सॉफ्टवेयर की मदद से प्रक्रिया को आसान बनाया गया
हरियाणा सरकार ने एक नया सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो राशन कार्ड के डेटा को आयुष्मान भारत पोर्टल से जोड़ता है। जैसे ही कोई नया राशन कार्ड बनता है, सॉफ्टवेयर उस डेटा को पोर्टल पर अपडेट कर देता है। इसके चलते पात्र परिवारों को अलग से गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होती।
यह तकनीक उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो रही है जिनके गोल्डन कार्ड अब तक नहीं बन पाए थे।
आयुष्मान कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया
सिविल सर्जन डॉ. जयंत आहूजा के अनुसार, नया राशन कार्ड बनवाने के बाद जब व्यक्ति पहली बार राशन प्राप्त करेगा, तो उसका नाम आयुष्मान भारत पोर्टल पर अपडेट हो जाएगा। इसके बाद लोग अपने आयुष्मान कार्ड को सरकारी या निजी अस्पतालों के आयुष्मान भारत काउंटर या कॉमन सर्विस सेंटर से प्रिंट करवा सकते हैं।
यह प्रक्रिया न केवल सरल है, बल्कि इससे लोगों को इलाज के लिए अस्पतालों में जाने में भी सहूलियत होगी।
आयुष्मान कार्ड के लाभ
आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड के माध्यम से हर परिवार को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलेगा। यह सुविधा विशेष रूप से गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए अत्यधिक लाभकारी है।
पहले गोल्डन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया काफी लंबी और समय लेने वाली थी। लेकिन अब यह काम अत्यधिक सरल और तेज़ हो गया है। इससे लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा और उन्हें महंगे इलाज के बोझ से राहत मिलेगी।
सरकार की मंशा और भविष्य की योजनाएं
हरियाणा सरकार का यह कदम आयुष्मान भारत योजना को और प्रभावी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। इससे न केवल राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि यह योजना पूरे देश में एक आदर्श उदाहरण बनेगी।
सरकार का लक्ष्य है कि हर पात्र व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले और उनका जीवन स्तर सुधरे। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से यह लक्ष्य तेजी से पूरा होता नजर आ रहा है।