![यूपी में बिछेगी 61KM लंबी रेलवे लाइन! इन जिलों के लोगों को मिलेगा सीधा फायदा](https://rcisgbau.in/wp-content/uploads/2025/02/61-Km-Long-UP-Railway-Line-1024x576.jpg)
उत्तर प्रदेश सरकार रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए तेजी से काम कर रही है। इसी दिशा में राज्य में 61 किलोमीटर लंबा नया रेलवे ट्रैक बिछाने की योजना बनाई गई है। इस रेलवे प्रोजेक्ट के तहत बुलंदशहर के चोला से पलवल जिले के रूंधी तक ट्रैक बिछाया जाएगा। इससे यात्रियों को बेहतर, सुविधाजनक और तेज़ सफर का लाभ मिलेगा। खासतौर पर जेवर एयरपोर्ट तक रेलवे की सीधी पहुंच सुनिश्चित होगी, जिससे आने वाले वर्षों में प्रदेश का आर्थिक विकास भी तेजी से होगा।
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जेवर एयरपोर्ट को मिलेगा वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर
नोएडा के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के सबसे आधुनिक एयरपोर्ट्स में शामिल होने की राह पर है। इस परियोजना के तहत अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे यह एयरपोर्ट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और व्यापारिक संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
जेवर एयरपोर्ट के नीचे 11 किलोमीटर लंबी सुरंग का प्रस्ताव क्यों आया?
शुरुआती योजना के तहत जेवर एयरपोर्ट के नीचे से 11 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड रेलवे सुरंग बनाने का प्रस्ताव था। इस सुरंग के माध्यम से एयरपोर्ट को दिल्ली, मुंबई और चेन्नई से सीधे जोड़ने की योजना थी। यह यात्रियों के लिए अत्यधिक सुविधाजनक होता क्योंकि उन्हें सीधे एयरपोर्ट ग्राउंड ट्रांसपोर्ट सेंटर से ट्रेन की सुविधा मिल जाती। हालांकि, बाद में इस योजना को असुरक्षित और अत्यधिक महंगा बताया गया।
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NIAL ने सुरंग को असुरक्षित बताया
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) की तकनीकी रिपोर्ट में इस सुरंग निर्माण को असुरक्षित और महंगा बताया गया। रिपोर्ट के अनुसार, सुरंग निर्माण से एयरपोर्ट के आसपास की मिट्टी कमजोर हो सकती है, जिससे न केवल निर्माण कार्य बल्कि भविष्य में विस्तार योजनाओं में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।
रेलवे कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने की नई योजना
सुरंग निर्माण की योजना रद्द होने के बावजूद, एयरपोर्ट को रेलवे से जोड़ने के लिए अन्य विकल्पों पर काम किया जा रहा है। NIAL के अधिकारियों ने हाल ही में हुई बैठक में रेलवे ट्रैक और स्टेशन को एयरपोर्ट के पूर्वी कैंपस के निकट बनाने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए उत्तर-मध्य रेलवे को एक पुनर्गठित योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
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मल्टी-मॉडल कार्गो हब की योजना
बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि मल्टी-मॉडल कार्गो हब को सड़क मार्ग से जोड़ा जाए और एयरपोर्ट तथा रेलवे स्टेशन के बीच शटल सेवाएं शुरू की जाएं। इससे यात्रियों और कार्गो संचालन को आसान बनाया जा सकेगा।
रेलवे प्रोजेक्ट से होने वाले फायदे
इस रेलवे प्रोजेक्ट से यूपी को कई लाभ मिलेंगे:
- तेज और सुगम यात्रा – रेलवे ट्रैक से जेवर एयरपोर्ट तक सीधी ट्रेन सेवा यात्रियों के लिए बहुत सुविधाजनक होगी।
- समय और ऊर्जा की बचत – ट्रेन सेवाओं से सड़क परिवहन पर निर्भरता घटेगी, जिससे यात्रा समय कम होगा।
- राज्य के आर्थिक विकास को गति – रेलवे ट्रैक और एयरपोर्ट के विकास से उत्तर प्रदेश के आर्थिक ढांचे को मजबूती मिलेगी।
- कार्गो संचालन में सुधार – मल्टी-मॉडल कार्गो हब से व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
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जेवर एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनने की राह पर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े एयरपोर्ट्स के मुकाबले और भी उन्नत बनाया जा रहा है। यह एयरपोर्ट दुनिया की प्रमुख एयरलाइंस और व्यापारिक संगठनों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। सरकार का लक्ष्य इसे भारत का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनाना है।