ITC Hotels का शेयर बुधवार को BSE के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और अन्य इंडेक्स से बाहर कर दिया गया। ITC से अलग होकर बनी इस नई कंपनी को अस्थायी रूप से सेंसेक्स और कुछ अन्य BSE इंडेक्स का हिस्सा बनाया गया था, जिससे पैसिव फंड अपने पोर्टफोलियो को बैलेंस कर सकें। हालांकि, अब इसे इन सभी इंडेक्स से हटा दिया गया है।
BSE ने अपने नोटिस में बताया कि ITC Hotels का शेयर 29 जनवरी को अलग से ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हुआ था। चूंकि कटऑफ टाइम तक स्टॉक ने लोअर सर्किट नहीं छुआ, इसलिए इसे बुधवार को बाजार खुलने से पहले सभी BSE इंडेक्स से बाहर कर दिया गया।
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किन-किन BSE इंडेक्स से हटाया गया ITC Hotels?
ITC Hotels को BSE के प्रमुख इंडेक्स से बाहर किया गया है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- BSE 100
- BSE 200
- BSE 500
- BSE Fast Moving Consumer Goods
- BSE India Manufacturing Index
- BSE AllCap
- BSE LargeCap
- BSE Sensex 50
- BSE Bharat 22 Index
- BSE 250 LargeMidCap Index
- BSE Dividend Stability Index
- BSE Low Volatility Index
- BSE Quality Index
- BSE 100 LargeCap TMC
- BSE Sensex 60
- BSE Sensex 60 65:35
- BSE India Sector Leaders
- BSE 200 Equal Weight
- BSE Sensex Equal Weight
- BSE LargeMidCap
- BSE Sensex 50 TMC
ITC Hotels का मार्केट कैप घटा, शेयर में गिरावट
ITC Hotels के शेयर में मंगलवार (4 फरवरी) को गिरावट दर्ज की गई। स्टॉक का बंद भाव 165 रुपये रहा, जो 4.2% की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान 700 करोड़ रुपये के शेयरों का कारोबार हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार, इंडेक्स ट्रैक करने वाले निवेशकों को ITC Hotels के BSE इंडेक्स से हटने के कारण लगभग 400 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करनी पड़ी। इसके अलावा, ITC Hotels को NSE Nifty से निकाले जाने के बाद और 700 करोड़ रुपये की बिकवाली हो सकती है।
ITC Hotels की लिस्टिंग और परफॉर्मेंस
ITC Hotels के शेयर 29 जनवरी 2025 को शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे।
- BSE पर लिस्टिंग प्राइस: 188 रुपये प्रति शेयर
- NSE पर लिस्टिंग प्राइस: 180 रुपये प्रति शेयर
हालांकि, उसके बाद से स्टॉक में गिरावट देखने को मिली है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के लिए शुरुआती कुछ महीने अस्थिर हो सकते हैं, लेकिन लंबी अवधि में निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न की संभावना है।
ITC ने क्यों किया Demerger?
ITC ने अपने होटल बिजनेस को अलग करके ITC Hotels नाम से एक नई कंपनी बनाई है। यह डिमर्जर (Demerger) शेयरधारकों के लिए वैल्यू अनलॉक करने के मकसद से किया गया है। इससे ITC अपने कोर बिजनेस यानी FMCG और अन्य सेगमेंट पर अधिक फोकस कर सकेगा।
इस डिमर्जर से होटल बिजनेस को स्वतंत्र रूप से ग्रोथ का अवसर मिलेगा और निवेशक भी ITC Hotels में सीधे निवेश कर सकते हैं। इससे पहले, 6 जनवरी 2025 को NSE और BSE ने ITC के स्टॉक का प्राइस डिस्कवरी के लिए एक स्पेशल सेशन आयोजित किया था।
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निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
विश्लेषकों का मानना है कि ITC Hotels का स्टॉक अभी अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है। हालांकि, यह भारत के लक्जरी होटल सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी है और लॉन्ग-टर्म में अच्छी ग्रोथ दिखा सकता है।
निवेशकों को इस स्टॉक पर नजर बनाए रखनी चाहिए और किसी भी निवेश निर्णय से पहले बाजार के ट्रेंड को समझना चाहिए। ITC Hotels के बिजनेस मॉडल, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और इंडस्ट्री आउटलुक को देखते हुए यह निवेशकों के लिए एक दिलचस्प ऑप्शन हो सकता है।