अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए रामलला के दर्शन और आरती के समय में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये नई समय-सारिणी 6 फरवरी 2025 से लागू होगी।
इन परिवर्तनों का उद्देश्य अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन का अवसर प्रदान करना है। भक्तों से अनुरोध है कि वे नई समय-सारिणी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं और मंदिर प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
यह भी देखें: Traffic Rules Change: बदल गए ये ट्रैफिक रूल्स! अब चालान नहीं भरा तो होगी सख्त कार्रवाई
नई समय-सारिणी के प्रमुख बिंदु
- मंगला आरती: पहले यह आरती भोर में 3 बजे होती थी, जिसे अब सुबह 4 बजे किया गया है। मंगला आरती के बाद भगवान के पट कुछ समय के लिए बंद रहेंगे।
- श्रृंगार आरती: सुबह 6 बजे होगी, जिसके साथ ही भक्तों के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे।
- दर्शन का समय: सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
- राजभोग आरती: दोपहर 12 बजे होगी, इस दौरान भगवान के पट 15 मिनट के लिए बंद रहेंगे।
- संध्या आरती: शाम 7 बजे होगी, जिसमें भगवान के पट 15 मिनट के लिए बंद रहेंगे।
- शयन आरती: रात 10 बजे होगी, जिसके बाद भगवान के पट बंद कर दिए जाएंगे।
यह भी देखें: EPFO का बड़ा तोहफा! 1.65 लाख लोगों को मिलेगी बढ़ी हुई पेंशन
बदलाव का कारण
वसंत पंचमी के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ में कमी को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने दर्शन अवधि में कटौती कर नया शेड्यूल निर्धारित किया है। इस शेड्यूल के अनुसार दर्शनार्थियों का प्रवेश सुबह पांच बजे के बजाय सुबह छह बजे से होगा। इसके कारण मंगला आरती के समय में भी बदलाव किया गया है। अभी तक भोर में तीन बजे से होने वाली मंगला आरती भोर में चार बजे होगी। इसके बाद श्रृंगार आरती के लिए पट दो घंटे बंद रहेगा और सुबह छह बजे श्रृंगार आरती की जाएगी।
यह भी देखें: सावधान! बिना इंश्योरेंस टोल पार किया तो चालान कटेगा ऑटोमैटिक, फिर सीधे 3 महीने की जेल
भक्तों के लिए निर्देश
ट्रस्ट के अनुसार, मध्याह्न में राजभोग आरती के लिए रामलला का पट 15 मिनट के लिए बंद होगा। रात्रि साढ़े नौ बजे के बाद राम मंदिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा, लेकिन दर्शन की लाइन में मौजूद सभी दर्शनार्थियों को दर्शन सुलभ होगा।