केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक बड़े ऐलान की ओर इशारा किया है, जिससे देशभर के वाहन चालकों को बड़ी राहत मिल सकती है। गडकरी ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि सरकार एक नई टोल स्कीम (Toll Scheme) पर काम कर रही है, जिससे लोगों को राहत मिलने की पूरी संभावना है। हालांकि, उन्होंने इसका पूरा विवरण साझा नहीं किया, लेकिन संकेत दिया कि जल्द ही इसका ऐलान किया जाएगा।
NDTV इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में गडकरी ने कहा कि सरकार सैटेलाइट-बेस्ड टोल सिस्टम (Satellite-Based Toll System) पर भी काम कर रही है, लेकिन यह प्रस्तावित स्कीम इससे अलग होगी। उन्होंने कहा कि इस बदलाव के जरिए सरकार न केवल टोल प्रणाली को पारदर्शी बनाएगी, बल्कि सड़क उपयोगकर्ताओं को भी राहत देगी।
नई टेक्नोलॉजी से कम होगा ट्रैफिक और प्रदूषण
गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्याओं को हल करने के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी (New Technologies) का उपयोग कर रहा है। सरकार ऐसी तकनीकों को विकसित करने में लगी है, जिससे ट्रांसपोर्टेशन अधिक सुगम और पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सके।
गडकरी ने बताया कि आने वाले पांच वर्षों में दिल्ली की सड़कों पर डीजल बसें पूरी तरह से बंद (No Diesel Buses in Delhi) कर दी जाएंगी और सभी बसें इलेक्ट्रिक (Electric Buses) होंगी। इसके अलावा, टाटा (Tata), मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki), महिंद्रा (Mahindra) और अन्य वाहन निर्माता कंपनियां भी 100% एथेनॉल (Ethanol) पर चलने वाली गाड़ियाँ लाने की दिशा में काम कर रही हैं।
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नई टोल स्कीम से क्या बदलेगा?
गडकरी ने टोल से संबंधित सवालों का सीधा जवाब देने से बचते हुए सस्पेंस बनाए रखा। हालांकि, उन्होंने यह साफ कर दिया कि सरकार टोल प्रणाली में बड़ा सुधार (Major Toll Reform) लाने की तैयारी में है। आने वाले दिनों में इस संबंध में आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा टोल सिस्टम को लेकर जनता में काफी नाराजगी (Public Discontent) है, और सरकार इस नाराजगी को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने जा रही है। इसके तहत टोल संग्रह के नए तरीकों पर विचार किया जा रहा है, ताकि जनता को अधिक सहूलियत मिल सके और भ्रष्टाचार (Corruption) को रोका जा सके।
मास रैपिड ट्रांसपोर्ट
गडकरी ने यह भी बताया कि सरकार मास रैपिड ट्रांसपोर्ट (Mass Rapid Transport) और रोपवे (Ropeway) जैसी नई तकनीकों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिससे देश के शहरी इलाकों में ट्रैफिक की समस्या को हल किया जा सके।
उन्होंने खुलासा किया कि विभिन्न राज्यों से 360 से अधिक परियोजना प्रस्ताव (360 Project Proposals) प्राप्त हुए हैं और अगले 6 महीनों में 50 प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, भविष्य में आसमान में चलने वाली बसें (Sky Buses) भी लाने की योजना है, ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या को कम किया जा सके।
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डीजल-पेट्रोल और इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें होंगी समान
गडकरी ने दावा किया कि आने वाले समय में डीजल, पेट्रोल और इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें लगभग बराबर (Same Price for Diesel, Petrol & Electric Vehicles) हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि भारत में हर साल 1 लाख इलेक्ट्रिक बसें (1 Lakh Electric Buses per Year) बनाई जाएंगी, जिससे डीजल और पेट्रोल पर निर्भरता कम होगी और लोग अधिक पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
जल्द आएगा ऐलान
गडकरी ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाता है और टोल को लेकर लोगों की नाराजगी स्पष्ट रूप से देखी जाती है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि टोल को लेकर लोगों की शिकायतें जायज़ हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही नई टोल नीति (New Toll Policy) का ऐलान करेगी।
हालांकि, उन्होंने इस पर स्पष्ट रूप से कुछ भी कहने से इनकार किया कि टोल पूरी तरह समाप्त होगा या नहीं (Will Toll be Removed?)। लेकिन उनका यह बयान कि “जल्द ही लोगों की टोल से नाराजगी दूर हो जाएगी”, यह संकेत देता है कि सरकार किसी बड़े बदलाव की तैयारी में है।
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