भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में घोषणा की है कि 2000 रुपये के नोटों का लगभग 98.15% बैंकिंग सिस्टम में वापस आ चुका है। 3 फरवरी 2025 को जारी किए गए इस आधिकारिक बयान में बताया गया कि अब केवल 6,577 करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट ही प्रचलन में बचे हैं। गौरतलब है कि 19 मई 2023 को आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी।
यह भी पढ़ें- हिंदी मीडियम छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी! सरकार लाई खास योजना
2000 रुपये के नोटों की वापसी में तेजी
जब 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोट को वापस लेने का निर्णय लिया गया, उस समय कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के नोट चलन में थे। यह आंकड़ा अब 31 जनवरी 2025 तक घटकर मात्र 6,577 करोड़ रुपये रह गया है। इसका मतलब यह है कि जनता ने बड़ी संख्या में इन नोटों को बैंकों में जमा करा दिया है, जिससे बाजार में इनकी उपलब्धता बेहद सीमित रह गई है।
अभी भी जमा करने की सुविधा उपलब्ध
हालांकि, जो लोग अभी तक अपने 2000 रुपये के नोट नहीं जमा करा पाए हैं, उनके लिए एक राहत की खबर यह है कि आरबीआई के 19 निर्गम कार्यालयों में अब भी इन्हें बैंक खातों में जमा कराया जा सकता है। पहले यह सुविधा सभी बैंकों में 7 अक्टूबर 2023 तक दी गई थी, लेकिन उसके बाद इसे केवल आरबीआई के विशेष निर्गम कार्यालयों तक सीमित कर दिया गया।
डाकघर के माध्यम से भी कर सकते हैं जमा
यदि किसी व्यक्ति के पास अभी भी 2000 रुपये के नोट हैं और वह सीधे बैंक या आरबीआई के कार्यालय नहीं जा सकता, तो उनके पास एक और विकल्प मौजूद है। लोग देशभर के किसी भी डाकघर की सहायता से अपने 2000 रुपये के नोट आरबीआई के निर्गम कार्यालय में भेजकर अपने बैंक खाते में जमा करा सकते हैं। इससे उन लोगों को भी राहत मिलेगी जो बैंकों तक जाने में असमर्थ हैं।
2000 रुपये के नोट अभी भी वैध मुद्रा
एक महत्वपूर्ण जानकारी यह भी है कि भले ही 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस ले लिया गया हो, लेकिन यह अभी भी कानूनी मुद्रा बना हुआ है। इसका मतलब है कि यदि किसी के पास यह नोट मौजूद हैं, तो वह इसे स्वीकार कर सकते हैं और लेन-देन में उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, इसे बैंकों में जमा कराने या आरबीआई के जरिए बदलने का विकल्प ज्यादा सुविधाजनक रहेगा।
यह भी पढ़ें- 500 रूपए के नोट को लेकर RBI ने जारी की नयी गाइडलाइन, देखे डिटेल्स – 500 Rupee Note
2000 रुपये के नोट की पृष्ठभूमि
यह नोट नवंबर 2016 में विमुद्रीकरण के बाद लाया गया था, जब 1000 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर दिया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य नकदी की तंगी को कम करना और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना था। हालांकि, समय के साथ इसकी आवश्यकता कम होती गई और अंततः आरबीआई ने इसे वापस लेने का निर्णय लिया।
अब भी आपके पास 2000 रुपये का नोट है?
2000 रुपये के नोट को लेकर आई नई अपडेट के बाद अगर आपके पास अब भी यह नोट हैं, तो तुरंत जानें इसे सही तरीके से जमा करने की प्रक्रिया और बचें किसी भी तरह की असुविधा से।