बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की इंटरमीडिएट परीक्षा 1 फरवरी से शुरू होगी और 15 फरवरी तक चलेगी। वहीं, मैट्रिक परीक्षा 17 फरवरी से शुरू होकर 25 फरवरी तक चलेगी। बोर्ड ने परीक्षा को कदाचारमुक्त बनाने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। परीक्षा केंद्र में अनुशासन बनाए रखने और नकल पर रोक लगाने के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं।
परीक्षा केंद्र में जूता-मोजा पहनकर प्रवेश वर्जित
BSEB ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थी जूता-मोजा पहनकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। परीक्षा केंद्र में केवल चप्पल पहनकर ही प्रवेश दिया जाएगा। जो छात्र जूता-मोजा पहनकर आएंगे, उन्हें परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह नियम परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए लागू किया गया है।
परीक्षार्थियों और अभिभावकों से सहयोग की अपील
बोर्ड ने परीक्षार्थियों, उनके अभिभावकों और परीक्षा केंद्र के सभी अधिकारियों एवं कर्मियों से अपील की है कि वे परीक्षा को नकलमुक्त और अनुशासित बनाने में सहयोग करें। परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी और किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
12.90 लाख विद्यार्थी देंगे इंटर की परीक्षा
इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा में कुल 12 लाख 90 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा के सुचारु संचालन के लिए पूरे राज्य में 1500 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे ताकि किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि को रोका जा सके।
परीक्षा केंद्र में प्रवेश के नियम सख्त
BSEB ने परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए कड़े नियम बनाए हैं। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले तक ही प्रवेश मिलेगा।
- प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी, जिसमें परीक्षार्थियों को 9:00 बजे तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश करना अनिवार्य होगा।
- दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2:00 बजे से शुरू होगी, जिसमें परीक्षार्थियों को 1:30 बजे तक परीक्षा केंद्र में पहुंचना होगा।
- विलंब से आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- परीक्षा केंद्र में प्रवेश परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पूर्व से शुरू होगा।
देर से आने पर गेट फांदने की गलती न करें
बिहार बोर्ड ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि परीक्षा केंद्र पर देर से पहुंचने वाले विद्यार्थी गेट फांदने की गलती न करें। यदि कोई परीक्षार्थी इस प्रकार का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- देर से पहुंचने पर गेट फांदने वाले परीक्षार्थियों को दो साल के लिए परीक्षा से निलंबित किया जाएगा।
- संबंधित परीक्षार्थी के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
- यदि परीक्षा केंद्राधीक्षक या अन्य स्टाफ की मिलीभगत पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी।
परीक्षा में पारदर्शिता और अनुशासन पर जोर
BSEB परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रहा है। परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरों से निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके। परीक्षार्थियों को अनुशासन में रहकर परीक्षा देने की सलाह दी गई है।