राजस्थान में इन दिनों मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है। कड़ाके की सर्दी और तेज हवाओं ने प्रदेशभर में लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के कई हिस्सों में सर्दी का यह दौर अभी तीन दिन और जारी रहेगा। जयपुर और भरतपुर संभाग में हल्की बारिश और मेघगर्जन की संभावना जताई गई है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहेगा। मौसम केंद्र जयपुर ने 27 और 28 जनवरी को तेज सर्दी का अनुमान जताया है।
सर्दी के प्रभाव से बढ़ी ठंड
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 27 और 28 जनवरी को पश्चिमी राजस्थान से तेज ठंडी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे ठंड का असर और बढ़ सकता है। मौसम एक्सपर्ट्स का मानना है कि सर्दी का यह दौर फरवरी के मध्य तक जारी रह सकता है। राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में इस समय हवा में नमी की मात्रा भी 42 से 94 प्रतिशत तक दर्ज की गई है, जो ठंड को और बढ़ा रही है।
सीकर बना सबसे ठंडा शहर
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में सीकर सबसे ठंडा शहर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा बाड़मेर में अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह तापमान के बीच का अंतर यह दर्शाता है कि राजस्थान में सर्दी और गर्मी के बीच बड़ा अंतर बना हुआ है।
जयपुर में हल्की बारिश और सर्द रातें
राजधानी जयपुर में शनिवार शाम से तेज ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिसके कारण रात का तापमान काफी कम हो गया है। रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार के मुकाबले रविवार को तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन देर रात ठंड बढ़ने की संभावना है।
फरवरी तक सर्दी का असर जारी रहने का अनुमान
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राजस्थान में इस बार सर्दी फरवरी के मध्य तक रह सकती है। ठंडी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। सीकर, चूरू, झुंझुनू, अलवर और जयपुर जैसे इलाकों में ठंड का प्रकोप अधिक देखने को मिल सकता है।
पश्चिमी राजस्थान में शुष्क मौसम
जहां पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश और मेघगर्जन की संभावना है, वहीं पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। बाड़मेर और जैसलमेर जैसे इलाकों में दिन के समय धूप रहेगी, लेकिन रात में ठंड महसूस की जाएगी।
किसानों के लिए चिंता का कारण
मौसम के इस बदलाव से राजस्थान के किसान भी चिंतित हैं। ठंडी हवाओं और बारिश के कारण रबी फसलों पर असर पड़ सकता है। विशेष रूप से सरसों, गेहूं और चने की फसलों को नुकसान से बचाने के उपाय किए जाने की सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
राजस्थान में बढ़ती ठंड लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डाल रही है। विशेष रूप से बच्चे और बुजुर्ग अधिक प्रभावित हो रहे हैं। सर्दी, खांसी और जुकाम के मामलों में वृद्धि हो रही है। डॉक्टरों की सलाह है कि ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें और सुबह-शाम ठंडी हवाओं से बचें।
ठंड से बचने के उपाय
राजस्थान में इस मौसम में ठंड से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों की सलाह दी जाती है:
- गर्म कपड़े पहनें।
- गुनगुना पानी पिएं।
- सुबह-शाम बाहर जाने से बचें।
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल की जरूरत है।
- घर में हीटिंग उपकरणों का उपयोग करें, लेकिन उचित सुरक्षा उपायों के साथ।