स्वरा भास्कर भारतीय सिनेमा की एक ऐसी अदाकारा हैं, जिन्होंने अपने दमदार अभिनय और बेबाक विचारों से खास पहचान बनाई है। लेकिन उनकी बेबाकी ही अक्सर विवादों का कारण बनती रही है। स्वरा का मानना है कि उनके राजनीतिक विचारों और सामाजिक मुद्दों पर उनकी स्पष्टवादी सोच के कारण उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। स्वरा के मुताबिक, उनकी राजनीतिक विचारधारा उनके करियर के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
राजनीतिक विचारों की वजह से करियर पर लगा ब्रेक
स्वरा भास्कर, जिन्हें आखिरी बार 2022 में फिल्म ‘जहां चार यार’ में देखा गया था, मानती हैं कि उनकी राजनीतिक बेबाकी का असर उनके फिल्मी करियर पर पड़ा है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मेरी राजनीतिक विचारधारा के कारण मुझे ब्लैकलिस्ट किया गया है। अब इसे नकारने का कोई मतलब नहीं है। यह बात हर कोई जानता है। हालांकि, इस वजह से मेरे दिल में कोई कड़वाहट नहीं है। मैंने जो रास्ता चुना, उसकी कीमत चुकाने के लिए मैं तैयार थी।”
करियर में ठहराव का दर्द
स्वरा यह भी स्वीकार करती हैं कि काम न मिलना उन्हें अंदर से आहत करता है। उन्होंने कहा, “मुझे अपना काम बहुत पसंद है। मैं हमेशा एक सक्षम एक्ट्रेस रही हूं और उम्मीद करती हूं कि आगे भी ऐसा ही रहेगा। लेकिन यह सच है कि जब आपको काम नहीं मिलता, तो यह तकलीफ देता है। फिर भी, मैं जानती हूं कि इसके पीछे की वजह क्या है, और इस समझ से मुझे शांति मिलती है।”
बॉलीवुड को नहीं ठहराया दोषी
स्वरा ने फिल्म इंडस्ट्री को इसके लिए जिम्मेदार ठहराने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “इसके लिए मैं प्रोड्यूसर्स, डायरेक्टर्स या बॉलीवुड को दोष नहीं देती। हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जहां सत्ता में बैठे लोग उन पर कार्रवाई करते हैं, जो उनसे असहमति रखते हैं। उन्हें ‘देशद्रोही’ या ‘देश की सुरक्षा के लिए खतरा’ कहकर निशाना बनाया जाता है।”
अन्य कलाकार भी झेल रहे हैं परेशानियां
स्वरा ने यह भी बताया कि वह इस स्थिति में अकेली नहीं हैं। उन्होंने कहा, “मुझे ही नहीं, मेरे दोस्तों को भी सजा मिल रही है। कुछ तो जेल में हैं। कई कलाकारों को अलग-अलग तरीकों से प्रताड़ित किया जा रहा है।” स्वरा के इन शब्दों से साफ झलकता है कि वह न केवल अपनी परेशानियों को खुले दिल से स्वीकार करती हैं, बल्कि उन पर खुलकर चर्चा करने का साहस भी रखती हैं।