हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के लाखों ग्राहकों ने शिकायत की कि उनके खातों से 236 रुपये काट लिए गए हैं। यह कटौती अचानक हुई, जिससे कई ग्राहक असमंजस में पड़ गए। बैंक से प्राप्त मैसेज के अनुसार, यह राशि डेबिट कार्ड के वार्षिक चार्ज और उस पर लागू होने वाले 18% जीएसटी (GST) के तहत काटी गई है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि यह चार्ज क्यों लिया जाता है, इसके नियम क्या हैं, और ग्राहक इससे कैसे बच सकते हैं।
SBI डेबिट कार्ड चार्ज का नियम क्या है?
भारतीय स्टेट बैंक अपने ग्राहकों को एटीएम और डेबिट कार्ड जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। इन सेवाओं को बनाए रखने और उन्हें उन्नत बनाने के लिए बैंक डेबिट कार्ड पर वार्षिक चार्ज लेता है। यह चार्ज आपके कार्ड के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होता है।
क्लासिक, सिल्वर, ग्लोबल और कॉन्टैक्टलैस कार्ड
- वार्षिक चार्ज: ₹200
- इस पर GST (18%): ₹36
- कुल कटौती: ₹236
गोल्ड, यंग, कॉम्बो और माई कार्ड
- वार्षिक चार्ज: ₹250
- इस पर GST (18%): ₹45
- कुल कटौती: ₹295
प्लेटिनम डेबिट कार्ड
- वार्षिक चार्ज: ₹325
- इस पर GST (18%): ₹58.50
- कुल कटौती: ₹383.50
प्लेटिनम बिजनेस और प्राइड डेबिट कार्ड
- वार्षिक चार्ज: ₹350 से ₹425 (कार्ड के प्रकार के आधार पर)
- इस पर GST (18%): ₹63 से ₹76.50
- कुल कटौती: ₹413 से ₹501.50
यह शुल्क इसलिए लिया जाता है ताकि बैंक एटीएम मशीनों की मरम्मत, कार्ड सुरक्षा और अन्य सुविधाओं को बेहतर तरीके से जारी रख सके।
क्या डेबिट कार्ड जारी करते समय कोई शुल्क लिया जाता है?
डेबिट कार्ड जारी कराने पर भी कुछ प्रकार के कार्ड के लिए शुल्क लिया जाता है। यह शुल्क कार्ड के प्रकार के अनुसार अलग-अलग होता है।
क्लासिक, सिल्वर, ग्लोबल और कॉन्टैक्टलैस कार्ड
- इन कार्ड्स को जारी करने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
गोल्ड डेबिट कार्ड
- जारी करने का शुल्क: ₹100
- इस पर GST (18%): ₹18
- कुल: ₹118
प्लेटिनम डेबिट कार्ड
- जारी करने का शुल्क: ₹300
- इस पर GST (18%): ₹54
- कुल: ₹354
अगर आपके खाते से पैसे कट गए हैं तो क्या करें?
यदि आपके खाते से पैसे कट गए हैं और आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले नीचे दिए गए किसी भी तरीके से बैंक से संपर्क करें:
- बैंक की हेल्पलाइन पर कॉल करें: एसबीआई की टोल-फ्री हेल्पलाइन पर कॉल करें और अपने खाते का विवरण देकर कटौती का कारण जानें।
- नजदीकी शाखा जाएं: अपने बैंक स्टेटमेंट के साथ एसबीआई की शाखा में जाएं और अपनी समस्या का समाधान करें।
- नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप का उपयोग करें: एसबीआई की ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से अपनी ट्रांजैक्शन हिस्ट्री देखें।
डेबिट कार्ड चार्ज से बचने के सुझाव
- यदि आपके पास एक से अधिक डेबिट कार्ड हैं, तो केवल उसी कार्ड को एक्टिव रखें जिसकी आपको जरूरत है। अतिरिक्त कार्ड पर चार्ज लगना स्वाभाविक है।
- नेट बैंकिंग, यूपीआई और अन्य डिजिटल भुगतान माध्यमों का अधिक उपयोग करने से एटीएम पर आपकी निर्भरता कम हो सकती है, जिससे चार्ज बच सकता है।
- बैंक द्वारा भेजे गए मैसेज और स्टेटमेंट को नियमित रूप से चेक करें। इससे आपको यह पता चलता रहेगा कि आपके खाते में कितने पैसे कटे और क्यों कटे।
- यदि आपका डेबिट कार्ड उपयोग में नहीं आ रहा है, तो उसे बंद करने के लिए बैंक से संपर्क करें।
डेबिट कार्ड चार्ज का महत्व
डेबिट कार्ड चार्ज बैंक की सेवाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए जरूरी है। इन शुल्कों का उपयोग एटीएम मशीनों की मरम्मत, सुरक्षा प्रणाली को उन्नत करने और ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में किया जाता है। इस चार्ज के जरिए बैंक यह सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को परेशानी मुक्त और सुरक्षित बैंकिंग अनुभव मिले।
एसबीआई का उद्देश्य
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो करोड़ों ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है। डेबिट कार्ड चार्ज और अन्य फीस के जरिए बैंक ग्राहकों को उच्च स्तरीय और सुरक्षित सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखता है। साथ ही, बैंक पारदर्शिता बनाए रखने के लिए समय-समय पर ग्राहकों को इन चार्जेस की जानकारी देता रहता है।