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बदल गई पहली क्लास में एडमिशन करवाने की उम्र, लागू होगा ये नया नियम New Education Policy

"ओडिशा सरकार ने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) को 2025-26 से लागू करने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य समग्र शिक्षा प्रणाली को बच्चों की उम्र और समझ के अनुरूप बनाना है। इसमें शिक्षा का 5+3+3+4 ढांचा, शिशु वाटिका, और स्थानीय पाठ्यक्रम पर जोर दिया गया है।"

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बदल गई पहली क्लास में एडमिशन करवाने की उम्र, लागू होगा ये नया नियम New Education Policy
New Education Policy

नई शिक्षा नीति (NEP 2020) को लागू करने की दिशा में ओडिशा सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। यह नीति शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से प्रभावी होगी और इसके तहत शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव किए जाएंगे। राज्य के स्कूल और जन शिक्षा विभाग ने इसे लागू करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य बच्चों को आधुनिक और समग्र शिक्षा प्रदान करना है।

पहली कक्षा में प्रवेश के लिए नई आयु सीमा

NEP 2020 के अनुसार, पहली कक्षा में प्रवेश के लिए बच्चे की आयु कम से कम 6 वर्ष होनी चाहिए। यह आयु 1 सितंबर 2025 तक पूरी होनी चाहिए। यह निर्णय बच्चों को सही उम्र में स्कूल में प्रवेश दिलाने और उनकी प्रारंभिक समझ को मजबूत करने के लिए लिया गया है।

‘शिशु वाटिका’, प्री-स्कूल शिक्षा का नया प्रारूप

सभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में ‘शिशु वाटिका’ नामक एक नई प्री-स्कूल कक्षा शुरू की जाएगी। इसमें 5 से 6 साल के बच्चों को प्रवेश मिलेगा। इसका उद्देश्य बच्चों को पहली कक्षा में प्रवेश के लिए मानसिक और शैक्षणिक रूप से तैयार करना है।

5+3+3+4 का नया शिक्षा ढांचा

नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा को 5+3+3+4 के ढांचे में विभाजित किया गया है। यह मॉडल बच्चों के विकास और उनकी आयु के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है:

  1. पांच साल की बुनियादी शिक्षा: तीन साल की प्री-स्कूल शिक्षा और दो साल की पहली व दूसरी कक्षा।
  2. तीन साल की प्रारंभिक शिक्षा: तीसरी से पांचवीं कक्षा।
  3. तीन साल की माध्यमिक शिक्षा: छठी से आठवीं कक्षा।
  4. चार साल की उच्चतर माध्यमिक शिक्षा: 9वीं से 12वीं कक्षा।

स्थानीय पाठ्यक्रम और जरूरतों पर जोर

15 जनवरी 2025 को जारी एक नोटिफिकेशन के अनुसार, ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे को स्थानीय जरूरतों और संस्कृति के अनुसार अपनाने का निर्णय लिया है। इससे छात्रों को अपनी जड़ों और परंपराओं से जुड़ने में मदद मिलेगी और शिक्षा अधिक व्यावहारिक होगी।

प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा में बदलाव

प्रारंभिक शिक्षा के चरण में तीसरी से पांचवीं कक्षा तक बच्चों को गणित, भाषा और विज्ञान की बुनियादी समझ दी जाएगी। माध्यमिक शिक्षा (छठी से आठवीं कक्षा) में व्यावहारिक ज्ञान और कौशल विकास पर जोर दिया जाएगा। इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों को अधिक आत्मनिर्भर और सृजनात्मक बनाना है।

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उच्चतर माध्यमिक शिक्षा

उच्चतर माध्यमिक शिक्षा (9वीं से 12वीं कक्षा) में छात्रों को उनकी रुचि और करियर के आधार पर विषयों का चयन करने की स्वतंत्रता दी जाएगी। इस स्तर पर बच्चों को उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा।

समग्र और समावेशी शिक्षा

नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित रखने के बजाय, बच्चों को नैतिक, व्यावहारिक और डिजिटल कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही, तकनीकी शिक्षा और डिजिटल टूल्स का व्यापक उपयोग किया जाएगा।

स्थानीय भाषाओं और संस्कृति पर जोर

प्राथमिक शिक्षा स्थानीय भाषाओं में दी जाएगी ताकि बच्चे अपनी मातृभाषा में अधिक आत्मविश्वास और समझ विकसित कर सकें। पाठ्यक्रम में स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी शामिल किया जाएगा।

ओडिशा सरकार की योजना और क्रियान्वयन

ओडिशा सरकार ने NEP 2020 को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना बनाई है। इसके तहत शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और स्कूलों में आवश्यक ढांचागत सुधार किए जाएंगे। पहला चरण 2025-26 से लागू होगा।

शिक्षा में नवाचार और समानता

नई शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा में समानता, गुणवत्ता और नवाचार को प्राथमिकता देना है। ओडिशा सरकार का यह कदम बच्चों को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करने और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में बड़ा प्रयास है।

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