दुनिया का सबसे बड़ा राज्य, जिसे सख़ा या याकूतिया के नाम से जाना जाता है, रूस के सुदूर पूर्वी हिस्से में स्थित है। इसका क्षेत्रफल लगभग 3.1 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जो भारत के क्षेत्रफल 3.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर के लगभग बराबर है। हालांकि, जहां भारत की आबादी लगभग 140 करोड़ है, वहीं याकूतिया में मात्र 10 लाख लोग रहते हैं। यह राज्य अपने कठोर ठंडे मौसम, बर्फीले भूभाग, और प्राकृतिक संसाधनों के लिए प्रसिद्ध है।
याकूतिया की भौगोलिक और जलवायु स्थिति
याकूतिया में दुनिया की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। यहां सर्दियों के दौरान तापमान -70 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इस चरम मौसम के कारण यहां का अधिकांश भूभाग स्थायी रूप से बर्फ से ढका रहता है, जिसे पर्माफ्रॉस्ट कहा जाता है। इस प्रकार की जलवायु कृषि और पारंपरिक आर्थिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके बावजूद, इस क्षेत्र ने प्राकृतिक संसाधनों के मामले में खुद को साबित किया है।
प्राकृतिक संसाधनों का खजाना
याकूतिया खनिज संसाधनों से समृद्ध है। यहां दुनिया के एक-चौथाई हीरे का उत्पादन होता है, और रूस के 99% हीरे यहीं से आते हैं। इसके अलावा, यह राज्य सोने, तेल, और प्राकृतिक गैस जैसे संसाधनों के लिए भी जाना जाता है। इस वजह से याकूतिया की अर्थव्यवस्था खनिज उत्खनन पर आधारित है।
आबादी और जीवनशैली
कठोर जलवायु, परिवहन सुविधाओं की कमी, और स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच के कारण याकूतिया में जनसंख्या वृद्धि बहुत धीमी है। यहां के अधिकांश लोग बेहतर जीवनशैली की तलाश में बड़े शहरों की ओर पलायन कर जाते हैं। जो लोग यहां रहते हैं, वे मुख्यतः टिकाऊ खाल के बने कपड़े पहनते हैं और मवेशी पालन, शिकार, तथा फर व्यापार जैसे पारंपरिक व्यवसायों में संलग्न रहते हैं।
राजधानी याकुत्स्क बना ठंड का केंद्र
याकूतिया का प्रशासनिक और आर्थिक केंद्र याकुत्स्क शहर है, जो दुनिया के सबसे ठंडे शहरों में से एक है। यह शहर याकूतिया के 13 शहरों में सबसे बड़ा है और यहां से क्षेत्र का अधिकांश प्रशासनिक कार्य संचालित होता है।
याकूतिया का वैश्विक महत्व
क्षेत्रफल के आधार पर याकूतिया दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। इसके बाद पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और रूस का क्रास्नोयार्स्क क्राय आते हैं। याकूतिया प्राकृतिक खनिजों के खजाने और अपनी अद्वितीय जलवायु के कारण वैश्विक चर्चा का विषय बना रहता है।