राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना (NATS), भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्त्वाकांक्षी पहल है। यह योजना शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है और इसका उद्देश्य तकनीकी और व्यावसायिक स्नातकों को उनके क्षेत्र में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह योजना छात्रों को वास्तविक कार्यस्थल का अनुभव देकर उनकी क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे वे अपने करियर में एक सशक्त शुरुआत कर सकें।
इस लेख में, हम आपको NATS Apprentice Training Registration 2025 के हर पहलू के बारे में विस्तार से बताएंगे, जैसे योजना का उद्देश्य, लाभ, आवेदन प्रक्रिया, और इसके लिए आवश्यक पात्रता।
NATS योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन छात्रों को व्यावसायिक अनुभव प्रदान करना है, जिन्होंने डिग्री, डिप्लोमा, या आईटीआई जैसे कोर्स पूरे किए हैं। इस प्रशिक्षण के माध्यम से छात्रों को उनके शैक्षणिक क्षेत्र में काम करने का वास्तविक अनुभव मिलता है। यह उन्हें नौकरी की बेहतर संभावनाओं के लिए तैयार करता है।
NATS के माध्यम से छात्रों को ऐसे कार्यक्षेत्र में प्रशिक्षुता का मौका मिलता है, जो उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि से मेल खाता हो। इससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि उनकी रोजगार क्षमता भी कई गुना बढ़ जाती है।
प्रशिक्षण की अवधि और वजीफा
इस योजना के तहत प्रशिक्षण की अवधि 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक हो सकती है। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को मासिक वजीफा (स्टाइपेंड) दिया जाता है, जो उनकी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार निर्धारित होता है।
- डिग्री धारकों के लिए: ₹14,000 प्रति माह तक।
- डिप्लोमा धारकों के लिए: ₹12,000 प्रति माह तक।
- आईटीआई प्रमाणपत्र धारकों के लिए: ₹10,000 प्रति माह तक।
यह वजीफा न केवल वित्तीय मदद करता है, बल्कि छात्रों को उनकी जिम्मेदारियों के लिए भी तैयार करता है। यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर देता है और उनके पेशेवर जीवन की एक मजबूत नींव रखता है।
आवेदन करने के लिए आवश्यक शर्तें
NATS Apprentice Training Registration 2025 के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:
- शैक्षणिक योग्यता:
- विज्ञान, इंजीनियरिंग, मानविकी, या वाणिज्य में मान्यता प्राप्त संस्थान से डिग्री या डिप्लोमा।
- आईटीआई प्रमाणपत्र धारक भी इस योजना में आवेदन कर सकते हैं।
- आयु सीमा:
- न्यूनतम आयु 16 वर्ष होनी चाहिए।
- अन्य शर्तें:
- आवेदक स्वरोजगार में शामिल नहीं होना चाहिए।
- किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं ले रहा होना चाहिए।
- चयनित क्षेत्र में पूर्व अनुभव नहीं होना चाहिए।
इन शर्तों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ उन छात्रों को मिले, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
योजना के प्रमुख लाभ
छात्रों के लिए:
- व्यावसायिक कार्यस्थल का प्रत्यक्ष अनुभव।
- रोजगार की संभावनाओं में वृद्धि।
- उद्योगों की आवश्यकताओं और कार्यशैली को बेहतर तरीके से समझने का मौका।
उद्योगों के लिए:
- प्रशिक्षित और कुशल श्रमिकों की उपलब्धता।
- नई सोच और ऊर्जा से कार्यबल को मजबूत करना।
- उत्पादन और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार।
यह योजना न केवल छात्रों को सशक्त बनाती है, बल्कि उद्योगों को भी उनकी आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षित श्रमिक उपलब्ध कराती है।
तकनीकी और गैर-तकनीकी क्षेत्रों में अवसर
NATS योजना के अंतर्गत छात्रों को निम्नलिखित क्षेत्रों में प्रशिक्षुता का अवसर मिलता है:
- इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी:
- मशीनरी, सिविल, इलेक्ट्रिकल, और अन्य तकनीकी क्षेत्र।
- गैर-तकनीकी क्षेत्र:
- मानव संसाधन, लेखा, और प्रशासन।
- सेवा क्षेत्र:
- स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, और आईटी।
इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण छात्रों को उनके करियर के लिए व्यापक संभावनाएं प्रदान करता है।
कैसे करें आवेदन
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। यहां आवेदन करने के चरण दिए गए हैं:
- पंजीकरण (Registration):
- NATS की आधिकारिक वेबसाइट (apprenticeshipindia.gov.in) पर जाएं।
- “Enroll” विकल्प पर क्लिक करें और “Student” का चयन करें।
- अपने व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण भरें।
- आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, डिग्री प्रमाणपत्र, फोटो, और बैंक खाता विवरण अपलोड करें।
- अवसरों की खोज (Search for Opportunities):
- पंजीकरण के बाद अपने अकाउंट में लॉगिन करें।
- विभिन्न कंपनियों द्वारा उपलब्ध प्रशिक्षुता विकल्पों को ब्राउज़ करें।
- अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार उपयुक्त पदों के लिए आवेदन करें।
आवेदन के लिए आवश्यक कागजात
- शैक्षणिक प्रमाणपत्र (डिग्री/डिप्लोमा/आईटीआई)।
- आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र।
- पासपोर्ट आकार का फोटो।
- बैंक खाता विवरण।
इन दस्तावेजों को सही और पूर्ण रूप से अपलोड करना आवेदन प्रक्रिया के सफल समापन के लिए आवश्यक है।