उत्तर प्रदेश में शीतलहर और ठंड के प्रकोप ने लोगों का जीवन प्रभावित कर दिया है। जिलाधिकारी ने बढ़ती ठंड को देखते हुए आदेश जारी किया है कि सभी सरकारी, निजी, सीबीएसई, आईसीएसई और माध्यमिक बोर्ड के विद्यालयों में कक्षा आठ तक के छात्रों के लिए 18 जनवरी 2025 तक अवकाश रहेगा। इसके बाद 19 जनवरी को रविवार होने के कारण स्कूल अब 20 जनवरी से पुनः खुलेंगे।
ऑनलाइन कक्षाओं की अनुमति
शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि ठंड के इस मौसम में छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए राहत लेकर आई है। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रबंधन स्तर पर शिक्षकों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करें ताकि इस समय को प्रभावी रूप से उपयोग में लाया जा सके।
अभिभावकों को सूचना देने का निर्देश
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गोड ने बताया कि सभी स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अभिभावकों को इस अवकाश की जानकारी तुरंत दें। अगर किसी स्कूल को खुले हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मौसम का बिगड़ता मिजाज
उत्तर प्रदेश में शीतलहर और बारिश ने ठंड को और गंभीर बना दिया है। बीते कुछ दिनों में मौसम का मिजाज तेजी से बदला है। शुक्रवार सुबह घने कोहरे ने पूरे क्षेत्र को ढक लिया, हालांकि दोपहर में हल्की धूप निकलने से राहत मिली। बावजूद इसके, ठंडी हवाओं ने गलन को बढ़ा दिया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जताई है।
तापमान और बारिश के प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 4.3 डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटों में हुई 2.2 मिमी बारिश ने ठंड में इजाफा किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड और कोहरा अगले कुछ दिनों तक बने रह सकते हैं।
बर्फबारी और उत्तर भारत का प्रभाव
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में भी महसूस किया जा रहा है। सर्द हवाओं के कारण गलन और ठंड में लगातार वृद्धि हो रही है। मौसम विभाग ने सुबह और रात के समय कोहरे की चेतावनी दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।