मध्य प्रदेश के कई जिलों में इस समय हाड़ कंपा देने वाली ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। ठंड के कारण छोटे बच्चों को स्कूल जाने में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में, प्रशासन ने नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।
शीतलहर के चलते स्कूल बंद की घोषणा
मध्य प्रदेश के उज्जैन, रतलाम, आगर मालवा, छतरपुर और शाजापुर जिलों में कलेक्टरों ने 17 और 18 जनवरी को स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। इसके अलावा, आंगनवाड़ी केंद्र भी इन दिनों बंद रहेंगे। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह फैसला ठंड के प्रभाव को देखते हुए एहतियातन लिया गया है।
उज्जैन और शाजापुर में 17 जनवरी तक छुट्टी
उज्जैन और शाजापुर जिलों में प्रशासन ने नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में 17 जनवरी तक अवकाश घोषित किया है। यह कदम बच्चों को ठंड से बचाने और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के मद्देनज़र उठाया गया है।
रतलाम और आगर मालवा में दो दिनों की छुट्टियां
रतलाम और आगर मालवा जिलों में शीतलहर के कारण 17 और 18 जनवरी को नर्सरी से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की गई है। हालांकि, पूर्व निर्धारित परीक्षाएं अपने निर्धारित समय पर ही आयोजित की जाएंगी।
छतरपुर और श्योपुर में भी स्कूलों में अवकाश
छतरपुर और श्योपुर जिलों में भी प्रशासन ने 17 और 18 जनवरी को स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। इन जिलों में शीतलहर का प्रभाव बच्चों की सुरक्षा के लिए जोखिम भरा माना जा रहा है, और इस कारण यह निर्णय लिया गया है।
भिंड में बदले गए स्कूलों के समय
भिंड जिले में ठंड को देखते हुए स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया है। अब स्कूल सुबह 11 बजे से दोपहर 4 बजे तक संचालित होंगे। यह आदेश 17 जनवरी से 31 जनवरी तक लागू रहेगा। इस बदलाव का उद्देश्य है कि बच्चे अधिक ठंड के समय घर पर रहकर सुरक्षित रहें।
बच्चों और अभिभावकों के लिए राहत
प्रशासन के इस निर्णय से बच्चों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है। माता-पिता का कहना है कि बच्चों को ठंड के कारण स्कूल भेजना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता था। छुट्टियों के चलते बच्चों को आराम मिलेगा और वे शीतलहर के दुष्प्रभावों से बच सकेंगे।
प्रशासन का सराहनीय प्रयास
प्रशासन ने समय रहते ठोस कदम उठाकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। इस फैसले से न केवल बच्चों को राहत मिली है, बल्कि उनके अभिभावकों को भी चिंता से मुक्ति मिली है। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएं, ताकि पढ़ाई पर इसका कोई नकारात्मक असर न पड़े।
शीतलहर से बचाव के सुझाव
ठंड के इस मौसम में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। विशेषज्ञों की सलाह है कि बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं, उनके आहार में पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल करें, और बाहर निकलते समय उन्हें ठंड से बचाने के उपाय करें। स्कूलों में भी हीटर और गर्म रखने के अन्य उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए।