भारत सरकार देश के जरूरतमंद नागरिकों को राहत देने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाती है, जिनमें राशन कार्ड के माध्यम से सस्ता या मुफ्त राशन उपलब्ध कराना एक प्रमुख पहल है। नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत राशन कार्ड धारकों को खाद्यान्न बेहद कम कीमत पर दिया जाता है। लेकिन हाल ही में सरकार ने सभी राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) को अनिवार्य कर दिया है।
अगर आपने अभी तक अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी नहीं करवाई है, तो जल्द ही यह सुविधा बंद हो सकती है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि ई-केवाईसी क्यों जरूरी है, इसे कैसे पूरा किया जा सकता है, और 31 मार्च की अंतिम तारीख का क्या महत्व है।
ई-केवाईसी क्यों है अनिवार्य?
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की ओर से यह निर्देश दिया गया है कि सभी राशन कार्ड धारकों को अपनी पहचान और पात्रता सुनिश्चित करने के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इस कदम का मुख्य उद्देश्य फर्जी राशन कार्ड धारकों को हटाना और जरूरतमंद लोगों को लाभ प्रदान करना है।
बावजूद इसके, बड़ी संख्या में लोगों ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। इससे यह साफ होता है कि ई-केवाईसी न करवाने वाले लाभार्थियों को राशन मिलना बंद हो सकता है। ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी न करने की वजह से कई पात्र लोग भविष्य में इस योजना से वंचित रह सकते हैं।
31 मार्च तक ई-केवाईसी की अंतिम तारीख
खाद्य विभाग ने पहले 31 दिसंबर को ई-केवाईसी की आखिरी तारीख तय की थी। लेकिन बड़ी संख्या में लोगों के इस प्रक्रिया को पूरा न कर पाने के कारण डेडलाइन को बढ़ाकर 31 मार्च कर दिया गया है।
यदि आपने 31 मार्च तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की, तो आपका राशन कार्ड अस्थायी रूप से अमान्य हो सकता है। ऐसे में दोबारा राशन कार्ड चालू कराने के लिए आपको खाद्य आपूर्ति विभाग में जाकर ई-केवाईसी करवानी होगी और नई कागजी कार्रवाई करनी पड़ेगी।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया कैसे पूरी करें?
ई-केवाईसी करवाने के लिए आपको अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र या खाद्य आपूर्ति कार्यालय में जाना होगा। प्रक्रिया में निम्न दस्तावेजों की जरूरत होती है:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- परिवार के अन्य सदस्यों के पहचान पत्र
कई राज्य सरकारों ने ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किए हैं, जहां आप स्वयं ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
ई-केवाईसी में देरी के कारण क्या समस्याएं हो सकती हैं?
ई-केवाईसी प्रक्रिया में देरी से राशन कार्डधारकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है:
- राशन कार्ड से मिलने वाले लाभ अस्थायी रूप से बंद हो सकते हैं।
- राशन कार्ड को फिर से चालू कराने के लिए अतिरिक्त समय और पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
- भविष्य में अन्य सरकारी योजनाओं से भी वंचित होने की संभावना हो सकती है।