महंगाई भत्ता (Dearness Allowance-DA) वह अतिरिक्त भुगतान है जो कर्मचारियों को उनकी सैलरी के साथ दिया जाता है। यह महंगाई के असर को कम करने और उनके जीवन स्तर को बनाए रखने के उद्देश्य से दिया जाता है। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, क्योंकि यह उनकी मासिक आय में सीधा इजाफा करता है।
नवंबर 2024 के AICPI के आंकड़े और DA में वृद्धि का आधार
महंगाई भत्ते में वृद्धि का निर्धारण अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (All India Consumer Price Index-AICPI) के आधार पर किया जाता है। नवंबर 2024 के AICPI आंकड़े 144.5 पॉइंट पर स्थिर रहे। यह आंकड़ा अक्तूबर 2024 के बराबर था। इस स्थिरता के बावजूद, डीए में 3 प्रतिशत की वृद्धि तय मानी जा रही है। अब डीए 56 प्रतिशत पर पहुंचने जा रहा है, जो कर्मचारियों की सैलरी में सीधे तौर पर बड़ा बदलाव लाएगा।
महंगाई भत्ते की गणना का तरीका
डीए की गणना पिछले 6 महीनों के औसत AICPI आंकड़ों के आधार पर की जाती है। इसमें .50 से कम अंश को नीचे के पूर्णांक में और .50 या उससे अधिक अंश को ऊपर के पूर्णांक में जोड़ा जाता है। इस गणना के अनुसार, नवंबर तक डीए 55.54 प्रतिशत हो गया था, जिसे अब 56 प्रतिशत पर फाइनल किया गया है।
महंगाई भत्ते में वृद्धि का कर्मचारियों पर प्रभाव
महंगाई भत्ते में वृद्धि से कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा बदलाव आएगा। उदाहरण के लिए:
- न्यूनतम वेतन वाले कर्मचारी: जिनका बेसिक पे ₹18,000 है, उन्हें अभी तक 53 प्रतिशत डीए के रूप में ₹9,540 मिल रहे थे। 56 प्रतिशत डीए लागू होने के बाद यह ₹10,080 हो जाएगा।
- उच्च वेतन वाले कर्मचारी: जिनका बेसिक पे ₹56,100 है, उन्हें 53 प्रतिशत डीए के साथ ₹29,733 मिल रहे थे। अब 56 प्रतिशत डीए लागू होने पर यह बढ़कर ₹31,416 हो जाएगा।
इस प्रकार, डीए में 3 प्रतिशत की वृद्धि से न्यूनतम वेतन वाले कर्मचारियों को ₹540 प्रति माह और उच्च वेतन वाले कर्मचारियों को ₹1,683 प्रति माह का अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
पेंशनर्स को भी मिलेगा फायदा
डीए वृद्धि का लाभ केवल कार्यरत कर्मचारियों को ही नहीं, बल्कि पेंशनर्स को भी मिलेगा। इससे उनकी मासिक पेंशन में भी वृद्धि होगी। पेंशनर्स के लिए यह खासतौर पर फायदेमंद है, क्योंकि इससे उनकी महंगाई के असर को झेलने की क्षमता बढ़ेगी।
कब लागू होगा नया महंगाई भत्ता?
सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। डीए में यह वृद्धि 1 जनवरी 2025 से लागू होगी। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा मार्च 2025 में होने की संभावना है। इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी और वित्त मंत्रालय की अधिसूचना आवश्यक होगी।
महंगाई भत्ते का महत्व बढ़ते खर्च के दौर में
आज के समय में जब महंगाई लगातार बढ़ रही है, डीए में यह वृद्धि कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राहत की तरह है। इससे न केवल उनकी वित्तीय स्थिरता बढ़ेगी, बल्कि वे अपने परिवार की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा कर पाएंगे।