दिल्ली की सर्दी ने एक बार फिर अपने तीखे तेवर दिखाए हैं। मंगलवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी घने कोहरे की चपेट में रही, जिससे विजिबिलिटी शून्य हो गई। इसने न केवल सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया बल्कि रेलगाड़ियों का परिचालन भी बाधित कर दिया। सुबह छह बजे तक 39 ट्रेनें निर्धारित समय से काफी देर से चल रही थीं, जिनमें से कुछ 30 मिनट तो कुछ चार घंटे की देरी से पहुंच रही थीं।
घने कोहरे ने छीन ली विजिबिलिटी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राष्ट्रीय राजधानी के अधिकांश इलाकों में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति दर्ज की। सुबह 4:30 बजे पालम में विजिबिलिटी शून्य हो गई थी, जबकि सफदरजंग में यह 50 मीटर तक सीमित रही। दक्षिण-पूर्व दिशा से चलने वाली हवाएं 6-8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं, जो ठंडक बढ़ाने में सहायक रहीं।
बारिश की संभावना और तापमान का हाल
आईएमडी ने बुधवार (15 जनवरी) को हल्की बारिश की संभावना जताई है। अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से थोड़ा अधिक है। न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक था। आर्द्रता का स्तर 80% से 100% के बीच रहा, जिससे सर्दी के साथ नमी का अहसास बढ़ा। शाम या रात में हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है।
खराब श्रेणी में AQI
दिल्ली की वायु गुणवत्ता भी गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, 24 घंटे का औसत एक्यूआई 275 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। शून्य से 50 तक के एक्यूआई को ‘अच्छा’ और 201 से 300 के बीच के स्तर को ‘खराब’ माना जाता है। यह स्थिति संवेदनशील लोगों के लिए विशेष रूप से हानिकारक हो सकती है।