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खुशखबरी: सरकार के ऐलान के बाद जश्न का माहौल, पेट्रोल होगा 20 रुपये तक सस्ता

भारत सरकार ने इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल और फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों को बढ़ावा देने का ऐलान किया है। 20 रुपये प्रति लीटर तक सस्ते पेट्रोल और पर्यावरण के अनुकूल वाहनों से देश को किफायती और टिकाऊ ऊर्जा विकल्प मिलेगा। 2030 तक 20% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

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खुशखबरी: सरकार के ऐलान के बाद जश्न का माहौल, पेट्रोल होगा 20 रुपये तक सस्ता
पेट्रोल होगा 20 रुपये तक सस्ता

अगर आप पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों से परेशान हैं, तो आपके लिए राहत भरी खबर है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में घोषणा की कि देशभर में जल्द ही इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (Ethanol Blended Petrol) उपलब्ध होगा। यह पेट्रोल मौजूदा कीमत से 20 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता होगा। इथेनॉल, जो मुख्यतः गन्ने और शर्करा वाली फसलों से बनता है, न केवल किफायती है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी बेहतर साबित होगा।

इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल से वाहन चलाने की लागत घटेगी

नितिन गडकरी ने बताया कि इथेनॉल की कीमत पेट्रोल के मुकाबले काफी कम है, जिससे वाहन चलाने की औसत लागत घटकर 65 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती है। इसके अलावा, 60% इथेनॉल और 40% बिजली के मिश्रण से यह लागत और भी कम होकर 20 रुपये प्रति लीटर तक आ सकती है। इससे आम आदमी को बड़ी बचत होगी और परिवहन की लागत में व्यापक कमी आएगी।

टोयोटा ने लॉन्च की इथेनॉल से चलने वाली कार

टोयोटा ने इथेनॉल पर चलने वाली अपनी पहली कार लॉन्च कर दी है, जो गन्ने के जूस से चलती है। इस कार की ईंधन लागत मात्र 25 रुपये प्रति लीटर है। यह वाहन न केवल किफायती है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। गडकरी ने यह भी बताया कि जल्द ही और भी कंपनियां इथेनॉल से चलने वाली गाड़ियां लॉन्च करेंगी, जिससे उपभोक्ताओं के पास विकल्प बढ़ेंगे और पेट्रोल-डीजल की महंगाई से राहत मिलेगी।

फ्लेक्स-फ्यूल तकनीक का इस्तेमाल

फ्लेक्स-फ्यूल (Flex-Fuel) तकनीक में पेट्रोल के साथ इथेनॉल या मेथनॉल को मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। इससे न केवल ईंधन की खपत कम होती है, बल्कि यह पारंपरिक पेट्रोल की तुलना में सस्ता और अधिक टिकाऊ भी है। गडकरी के अनुसार, फ्लेक्स-फ्यूल इंजन की लागत भी कम होती है, जिससे वाहन निर्माता कंपनियां सस्ते दामों पर गाड़ियां उपलब्ध करा सकती हैं। यह तकनीक फ्यूल की औसत लागत को 25 रुपये प्रति लीटर तक ला सकती है।

सरकार का 2030 तक का बड़ा लक्ष्य

भारत सरकार ने 2030 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा है। यह कदम देश को पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम करने में मदद करेगा। साथ ही, तेल कंपनियों को इथेनॉल सीधे पेट्रोल की तरह बेचने की अनुमति दी गई है, जिससे उपभोक्ताओं को वैकल्पिक ईंधन आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।

पर्यावरण और आर्थिक लाभ

इथेनॉल न केवल सस्ता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। यह जीवाश्म ईंधन की तुलना में कम प्रदूषण करता है, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। इथेनॉल आधारित वाहनों के आने से देश में ग्रीन एनर्जी (Green Energy) का उपयोग बढ़ेगा और कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता घटेगी।

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